बीएड : पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा लखनऊ विश्वविद्यालय

लखनऊ विश्वविद्यालयलखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) बीएड मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा। कुलपति प्रो. एसपी सिंह का कहना है कि वह माननीय हाईकोर्ट से प्रार्थना करेंगे कि इस वर्ष बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा यथावत आयोजित करने की इजाजत दे। क्योंकि 31 मार्च को आवेदन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया खत्म हो रही है। फिलहाल कोर्ट में लविवि की ओर से याचिका दाखिल करने के लिए लीगल सेल व विशेषज्ञ मंथन में जुटे हुए हैं।

हाईकोर्ट ने इस वर्ष स्नातक फाइनल परीक्षा दे रहे छात्रों को बीएड इम्तिहान बैठने से रोकने वाले विश्वविद्यालय के कुलसचिव की अधिसूचना के क्लॉज एक पर रोक लगा दी है। साथ ही छह सप्ताह में लविवि व एनसीटीई से जवाब मांगा है।

मालूम हो कि विगत दिनों यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीत कुमार ने नवनीत व अन्य बीसीए छात्रों की याचिका पर दिया था। इसमें याची का कहना है कि मार्च 2017 में बीसीए की फाइनल परीक्षा हो रही है। ऐसे में बीएड प्रवेश परीक्षा में बैठने से रोकना अनुच्छेद 14 व अन्य वैधानिक अधिकारों का हनन है। कोर्ट ने यह मुद्दा विचारणीय माना और नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

मालूम हो कि विगत दिनों यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीत कुमार ने नवनीत व अन्य बीसीए छात्रों की याचिका पर दिया था। इसमें याची का कहना है कि मार्च 2017 में बीसीए की फाइनल परीक्षा हो रही है। ऐसे में बीएड प्रवेश परीक्षा में बैठने से रोकना अनुच्छेद 14 व अन्य वैधानिक अधिकारों का हनन है। कोर्ट ने यह मुद्दा विचारणीय माना और नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

1.80 लाख ने किया आवेदन :

बीएड के दो वर्षीय कोर्स में दाखिले के लिए अभी तक करीब 1.80 लाख अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। वहीं 1.90 अभ्यर्थी ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। अभी फार्म भरने के लिए अभ्यर्थी 31 मार्च तक आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने वाले अभ्यर्थी दो अप्रैल तक अपना ऑनलाइन फार्म भरकर सबमिट कर सकेंगे। पिछले वर्ष करीब तीन लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन फार्म भरा था।

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