बिहार में मुफ्त कोरोना टीके वाले वादे पर सीएम उद्धव का भाजपा पर निशाना,भाजपा का पलटवार

बीजेपी द्वारा चुनावी घोषणापत्र में सत्ता मिलने पर बिहार के लोगों को मुफ्त कोरोना टीका देने के वादे पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को भाजपा पर निशाना साधा। ठाकरे ने पूछा, बाकी राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाखिस्तान से आए हैं क्या?

शिवसेना की सालाना विजयादशमी रैली में बोलते हुए ठाकरे ने कहा, केंद्र में रहते हुए अगर कोई पार्टी इस तरह के चुनावी वादे कर रही है तो उसके लोगों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। वहीँ कंगना रणौत पर हमला बोलते हए कहा, कुछ लोग यहां रोजी रोटी की तलाश में आते हैं और बाद में इस शहर को पीओके बताते हैं।बेटे आदित्य ठाकरे पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए ठाकरे ने कहा, जो लोग बिहार के बेटे को न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे हैं वे महाराष्ट्र के बेटे के चरित्र की हत्या में शामिल हैं।

केंद्र सरकार के जीएसटी के फैसले पर ठाकरे ने कहा, ये वक्त की जरूरत है कि जीएसटी सिस्टम पर पुनर्विचार किया जाए और इसमें सुधार किए जाएं क्योंकि राज्यों को इससे कोई लाभ नहीं हो रहा है। महाराष्ट्र को अभी तक 38 हजार करोड़ रुपये का जीएसटी रिफंड नहीं मिला है। इसके अलावा ठाकरे ने भाजपा को लोगों को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बांटने की चेतावनी दी है।

ठाकरे का भाजपा पर हमला- सरकारें गिराने के बजाय अर्थव्यवस्था सुधारने पर दें ध्यान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को शिवसेना की दशहरा रैली में भाजपा पर जमकर तीखे बाण बरसाये। ठाकरे ने कहा, भाजपा को सरकारें गिराने का शौक अधिक है, देश के जरूरी मुद्दों जैसे अर्थव्यवस्था पर उसका कोई ध्यान नहीं है। ठाकरे ने कहा, भाजपा को सरकारें गिराने के बजाय अर्थव्यवस्था सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।

ठाकरे ने इस दौरान भाजपा को उनकी 11 महीने पुरानी सरकार गिराने की भी चुनौती दी। साथ ही भाजपा को पहले केंद्र में अपनी सरकार बचाने की चेतावनी दी। पीएम मोदी का नाम लिए बगैर ठाकरे ने कहा, पहले की बात और थी जब लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था, लेकिन अब लोग समझने लगे हैं कि आपके अलावा और कोई भी सरकार संभाल लेगा।

केंद्र सरकार के जीएसटी के फैसले पर ठाकरे ने कहा, ये वक्त की जरूरत है कि जीएसटी सिस्टम पर पुनर्विचार किया जाए और इसमें सुधार किए जाएं क्योंकि राज्यों को इससे कोई लाभ नहीं हो रहा है। महाराष्ट्र को अभी तक 38 हजार करोड़ रुपये का जीएसटी रिफंड नहीं मिला है। इसके अलावा ठाकरे ने भाजपा के लोगों को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बांटने की चेतावनी दी है।

ठाकरे इस दौरान दिन में संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत के भाषण का हवाला देते हुए कहा, संघ प्रमुख कहते हैं कि हिंदुत्व केवल पूजा अनुष्ठानों का पालन करने तक ही सीमित रह गया है।

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधते हए कहा, भागवत की तरह काली टोपी पहनने वाले अगर दिमाग रखते हैं तो उन्हें इस बात के मायने समझने चाहिए। ठाकरे का इशारा मंदिर खोलने को लेकर कोश्यारी के हिंदुत्व पर आए बयान की ओर था।

ठाकरे ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के 2014 में संघ मुक्त भारत वाले जुमले पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, नीतीश ने तब धर्म निरपेक्षता का चेहरा अपनाकर भाजपा के खिलाफ प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी जाहिर की थी। ठाकरे ने बिहार में नीतीश संग गठबंधन पर भाजपा से पूछा कि क्या नीतीश ने हिंदुत्व को लूटा है या भाजपा अब धर्मनिरपेक्ष हो गई है।

वहीँ भाजपा ने ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा, उद्धव ठाकरे के पास लोगों को बताने के लिए अपनी सरकार का कोई काम नहीं है। इसलिए बस दूसरों की बुराई कर रहे हैं। 11 महीने में उनकी सरकार ने एक ऐसा काम नहीं किया जिसका जिक्र सीएम कर सकें।

महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा, शिवसेना ने सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौता किया है। ठाकरे तब तो चुप थे जब कांग्रेस सावरकर की बुराई कर रही थी और अब उन्हें दशहरा रैली में बोलने के लिए सावरकर भवन चाहिए, यह अन्याय है। सरकार ने 10 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा कर किसानों का मजाक उड़ाया है। वहीं देश में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज महाराष्ट्र में हैं। इससे सरकार की कार्यशैली स्पष्ट है।

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