बड़ी हार के बाद मोदी ने किया ऐसा काम कि विरोधियों की बोलती हो गई बंद

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चौथे भागीदार मंच(पार्टनर्स फॉरम) का उद्घाटन किया। फोरम में 85 देशों के लगभग 1,500 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अंतर्राष्ट्रीय फोरम का उद्देश्य महिलाओं, बच्चों व किशोरों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।

फोरम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “भारत उन पहले देशों में शामिल है, जो किशोरावस्था पर ध्यान केंद्रित करने की बात करता है और किशोरों के लिए सघन स्वास्थ्य संवर्धन और रोकथाम कार्यक्रम लागू किया है।”

उन्होंने कहा कि नागरिकों, समुदायों और देशों के बीच सहभागिता से हम हमारे लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।

मोदी ने कहा कि भारत कौशल निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए अपने साथी देशों केविकास लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में सहयोग करने के लिए तैयार है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने बीते कुछ सालों में काफी कुछ हासिल किया है और अभी बहुत कुछ हासिल किया जाना है।

उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकार प्रसन्नता हुई कि भारत के टीकाकरण कार्यक्रम को इस फोरम में भारत की सफलता के तौर पर पेश किया जा रहा है। यह विषय मेरे दिल के काफी करीब है। मिशन इंद्रधनुष के जरिए हम बीते तीन वर्षो में 3.28 करोड़ बच्चों और 84 लाख गर्भवती महिलाओं तक पहुंचे हैं।”

उन्होंने कहा, “हमने सर्वव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत टीकों की संख्या बढ़ाकर सात से 12 की है। हमारे टीकों के दायरे में अब प्राणघातक रोग निमोनिया और डायरिया भी शामिल हैं।”

यह दूसरी बार है, जब भारत भागीदारी फोरम की मेजबानी कर रहा है। भारत में अंतिम बार यह फोरम 2010 में आयोजित हुआ था।

यह दो दिवसीय कांफ्रेंस केंद्र सरकार ने ‘पार्टनरशिप फॉर मैटरनल, न्यू बोर्न एंड चाइल्ड हेल्थ’ (पीएमएनसीएच) के साथ मिलकर आयोजित किया है।

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