‘नोटबंदी आजाद भारत में गरीबों पर सबसे बड़ा हमला’

पिनराई विजयनभोपाल| केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आजाद भारत में गरीबों पर सबसे बड़ा हमला नोटबंदी से हुआ है। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति द्वारा यहां आयोजित राष्ट्रीय महाधिवेशन की शुरुआत करते हुए शनिवार को आमसभा में विजयन ने कहा कि उन्होंने अपनी राजनीतिक जीवन में इमरजेंसी का आतंकराज, नवउदारवाद का कहर सहित बहुत कुछ देखा है, मगर गरीबों के जीवन पर नोटबंदी से ज्यादा बुरा हमला कभी नहीं देखा।

उन्होंने कहा कि इसका सबसे खराब असर महिलाओं पर पड़ा है। अपना पैसा नोट निकालने के लिए बैंक के आगे लगी लाइनों में हुई मौतों में भी सबसे पहली मौत एक महिला की ही हुई थी। अब भी हालात सुधारने की मोदी सरकार की कोई मंशा नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी को ‘भाषणवीर’ बताते हुए उन्होंने कहा कि वे जो भी कहते हैं, वह कभी पूरा नहीं होता। वह जो भी जल्दी करने की कहते हैं वह कभी नहीं होता। लगता है, उनके शब्दकोश में ‘जल्दी’ शब्द का अर्थ अलग है। बोलते समय अपने पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं रखते हैं।

विजयन ने संसद-विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिल पाने के लिए पूंजीवादी पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा की राजस्थान, हरियाणा सरकारें शिक्षा सहित कई अन्य शर्ते थोपकर 80 प्रतिशत महिलाओं को चुनाव प्रणाली से बाहर कर रही हैं।

भोपाल में हुई मुठभेड़ में आठ विचाराधीन कैदियों को मारे जाने की घटना की तुलना पिनराई विजयन ने गुजरात की कथित मुठभेड़ हत्याओं से की और कहा कि किसी समुदाय को दुश्मन घोषित कर राष्ट्रवाद की बात करना बेहूदा बात है।

सभा में राधिका वेमुला ने कहा अब जय भीम और लाल सलाम के समन्वय से ही जनता की मुक्ति का रास्ता निकलेगा।

सभा को जमस की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद सुभाषिणी अली, महासचिव जगमती सांगवान, राज्य महासचिव नीना शर्मा ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता पूर्व सांसद मालिनी चटर्जी ने तथा संचालन संध्या शैली ने किया।

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