नोडल अधिकारी ने अस्पताल का किया निरीक्षण, खस्ता हालत देख अधिकारियों पर भड़के, दिए ये आदेश

रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिला अस्पताल महिला एवं पुरुष का देर रात निरीक्षण करने डीएम के साथ अचानक पहुचे खाद्य आयुक्त आलोक कुमार दोनों अस्पतालों के सीएमएस और सीएमओ के हाँथपाव फूले। महिला अस्पताल की व्यवस्था रही संतोषजनक तो पुरुष अस्पताल में मिला समस्याओं का अंबार।

नोडल अधिकारी

बाहर से दवा लिखने, बिजली, पानी शौचालयों में गंदगी देख आयुक्त का चढ़ा पारा सीएमएस योगेंद्र यति और सीएमओ एके श्रीवास्तव को जमकर लगाई फटकार। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लाइट तो थी लेकिन जब नोडल अधिकारी नर मरीजो से सुविधाओ की जानकारी मांगी तो तीमारदारों ने बताया कि बाहर से दवा मंगवाई जा रही है। नोडल अधिकारी के अस्पताल में होने के जानकारी होते ही तीमारदारों ने समस्यायों से जुड़े सवालों की बौछार लगा दी।

बर्न वार्ड में नोडल अधिकारी ने मरीजो की शिकायतों की हकीकत मोबाइल की रोशनी में देखी जहा झुलसे हुए मरीज भर्ती है वो भी बिना बत्ती पंखे और एसी के जूझ रहे है जीवन मौत के बीच, इतना ही नही बाथरूम में भी गन्दगी भरी पड़ी है और बाथरूम का पानी गलियारे में तैर रहा है।

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कमोवेश यही स्थित सभी वार्डो की है। अस्पताल में लगे हैंडपम्प भी खराब पड़े है जिसके चलते मरीजो को भीषण गर्मी में भी बाहर से पानी लेना पड़ता है। मरीजो को अस्पताल में खाना भी मुहैया नही हो रहा है। तीमारदारों की शिकायत सुनकर नोडल अधिकारी/खाद्य आयुक्त आलोक कुमार का पारा हाई हो गया तो सीएमओ और सीएमएस को जमकर फटकार लगाई। नोडल अधिकारी ने बताया कि बजट का कोई अभाव नही है बावजूद इसके यहा पर चीजे आउट ऑफ कंट्रोल है।

जो चीजे यहा होनी चाहिए उसको क्यो नही किया जा रहा है समझ से परे। वापस लौट कर कार्यवाई की जाएगी डीएम से भी इस मामले दखल को कहा। महिला अस्पताल में बने 100 बेड के अस्पताल को कनेक्शन न दिए जाने, सौभाग्य योजना और विद्युतीकरण में शिथिलता को लेकर डाक बंगले सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर बिजली को भी जमकर लताड़ा।

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