दो युवकों की ओर से झांसा देकर लाई गई तीन युवतियों को बजरंग दज कार्यकर्ताओं ने कराया मुक्त

छत्तीसगढ़ से दूसरे समुदाय के दो युवकों की ओर से झांसा देकर लाई गई तीन युवतियों को बजरंग दज कार्यकर्ताओं ने मुक्त कराया। बजरंगदल कार्यकर्ता इसे लवजेहाद बता रहे हैं। आरोपित दोनों युवकों को पुलिस को सौंप दिया है। युवतियों का कहना है कि युवकों से उनकी जान-पहचान मोबाइल की मिस्डकाल और सोशल मीडिया के माध्यम से हुई है।

संडीला कस्बा के कांशीराम कालोनी में दूसरे समुदाय के दो युवकों की ओर से गुरुवार को लाई गई तीन युवतियों के मामले की जानकारी लगने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए। बजरंग दल के प्रांत पमुख शेखर पांडे ने बजरंग दल एवं विहिप कार्यकर्ताओं की टोली बनाकर दूसरे समुदाय के युवकों के घरों से युवतियोंं को मुक्त कराया। पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने युवतियों को फिलहाल बजरंग दल कार्यकर्ता की सुपुर्दगी में दे दिया है। वहीं कार्यकर्ताओं ने मौके से पकड़े दो युवकों को पुलिस को सौंपा दिया है। जबकि उनका तीसरा साथी भागने में सफल रहा। कांशीराम कालोनी से मुक्त कराई गई युवतियों ने अपना पता छत्तीसगढ़ के बिलासपुर थाना क्षेत्र ग्राम चकरभट्ठा बताया है।

युवतियों का कहना है कि करीब एक साल पहले आनंद नाम के युवक की मिस्डकाल उनके माेबाइल पर आइ थी। जिसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आनंद, राज एवं एक अन्य के संपर्क में वह लोग आईं। जैसा कि युवतियों का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले युवकों ने उन लोगों को लखनऊ बुलाया और जहां से वह उन्हें बस से गुरुवार की सुबह संडीला कस्बा की कांशीराम कालोनी लेकर आए। जब वह लोग युवकों के घर पहुंची तो पता चला की युवक हिंदू न होकर दूसरे समुदाय से हैं और उनके नाम इमरान उर्फ आनंद, शकील उर्फ अंकित और राज हैं। कार्यकर्ताओं ने आरोपित शकील व इमरान को पकड़कर पुलिस को सौंपा है, जबकि राज फरार है।

मुक्त कराई गई युवतियों में से एक का कहना है कि घर छोड़ते समय उन लोगों ने एक पत्र भी घर पर छोड़ा है और जिसमें घर छोड़कर जाने की बात के साथ ही परिवारवालों से अपना ख्याल रखने की बात लिखी है। उनका कहना है वह अब यही रहकर हिंदू जाति के लड़के के साथ विवाह करना चाहती हैं और हिंदू बनकर फंसाकर लाने वाले युवकों को सजा दिलाना चाहती हैं। बजरंग दल प्रांत प्रमुख शेखर पांडे व विमलेश का कहना है कि हिंदू लड़़कों के साथ शादी कर यहीं रहना चाहती तो बजरंग दल व विहिप उनकी मदद करेगा और यदि वे यहां नहीं रहना चाहती हैं तो उन्हें नारी निकेतन भेज दिया जाएगा। कोतवाल सूर्य प्रकाश शुक्ल का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है, तहरीर का इंतजार किया जा रहा है। तहरीर मिलने पर ही कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसे लवजेहाद का मामला होने से इंकार किया है। 

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