दिल्ली में दूसरी बार संसद में प्रतिनिधित्व करेंगी मीनाक्षी लेखी …

नई दिल्ली|भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी लगातार दूसरी बार संसद में राजधानी की महिलाओं का प्रतिनिधित्व करेंगी। पिछली बार की तरह इस बार भी वह एक मात्र महिला नेता हैं जो चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं। कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष व तीन बार की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा।

मीनाक्षी लेखी

इसी तरह से आम आदमी पार्टी (आप) की आतिशी भी चुनाव नहीं जीत सकीं। क्रांतिकारी महिला नेता सुचेता कृपलानी लगातार दो बार नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उनके बाद मीनाक्षी दूसरी महिला हैं जिन्हें यहां से लगातार दो बार संसद पहुंचने का मौका मिला है।

इस चुनाव में दिल्ली से कुल 16 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरी थीं, लेकिन मीनाक्षी को छोड़ सभी को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस की शीला दीक्षित और आप की आतिशी को छोड़कर अन्य महिला प्रत्याशी मुख्य मुकाबले से बाहर रहीं।

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1952 के पहले लोकसभा चुनाव में ही नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में मुख्य मुकाबला दो महिला नेताओं सुचेता कृपलानी व मनमोहिनी जुत्सी सहगल के बीच हुआ था। जिसमें सुचेता कृपलानी ने जीत हासिल की थी। 1957 में भी उन्होंने ही इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। उसके बाद से यह सीट पुरुष नेताओं के कब्जे में रहा है। लेकिन, 2014 के चुनाव में यहां से मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन व आप प्रत्याशी बृजेश गोयल को पराजित कर संसद पहुंची थीं।

उनकी गिनती सुप्रीम कोर्ट की तेज तर्रार वकील के रूप में होती है और राफेल मामले में उनकी याचिका पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी पड़ी थी। वह महिलाओं की सुरक्षा व बेहतरी के लिए लगातार आवाज उठाती रही हैं। अनेक विभागों में कार्यरत महिलाओं के हितों की रक्षा तथा सशस्त्र बल में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिलाने के लिए भी कार्य किया है।

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