सीएम हरीश ने पूरी की जयलिलता की इच्‍छा, हरिद्वार में लगी संत की मूर्ति

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को हरिद्वार में दक्षिण भारत के महान संत, कवि और समाज सुधारक संत तिरूवल्लूवर की प्रतिमा का अनावरण किया। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की इच्छा थी कि संत तिरूवल्लूवर की प्रतिमा हरिद्वार में गंगा किनारे स्थापित हो और आखिरकार मंगलवार को सीएम हरीश रावत ने उनकी यह इच्छा पूरी कर दी।

अपनी मृत्यु से कुछ महीने पहले जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने मांग की थी कि गंगा किनारे संत तिरूवल्लूवर की प्रतिमा लगाने में जो रूकावट आ रही है उसे दूर करने में प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करें। डीएमके नेता स्टालिन से लेकर विजयकांत तक तमिल राजनीति के कई बड़े नामों ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को सोशल मीडिया पर इसके लिए बधाई दी।

इस मामले में पूर्व बीजेपी सांसद तरूण विजय की भी प्रशंसा हुई क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहले यह प्रस्ताव रखा था, वे ही संत तिरूवल्लूवर की प्रतिमा को कन्याकुमारी से हरिद्वार लेकर आए थे।

हरिद्वार के मेला नियंत्रण अगस्त क्रांति भवन में संत तिरूवल्लूवर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा, ‘प्राचीन काल के महान संत की मूर्ति स्थापना उत्तराखंड की गंगा जमुनी संस्कृति के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है और यह उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृति को जोड़ने का काम करेगी। तिरूवल्लूवर महान कवि, दार्शनिक और चिंतक थे और उनकी मूर्ति की स्थापना उत्तराखंड राज्य का गौरव बढ़ाएगी।’

संत की प्रतिमा तो महीनो पहले ही हरिद्वार पहुंच गई थी लेकिन स्थानीय पंडितों के विरोध की वजह से अब तक उसकी स्थापना नहीं हो पायी थी। इस मामले पर गंगा सभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा गांधीवादी ने कहा, ‘गंगा खुद एक देवी हैं तो उनके तट पर किसी दूसरे भगवान या महापुरुष की प्रतिमा लगाने का क्या मतलब?’

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