ट्रेनों की गति बढ़ने से आसान होगी दो तीर्थ स्थलों की यात्रा

ट्रेनों की गतिसुलतानपुर। अयोध्या-प्रयाग वाया सुलतानपुर होकर गुजरने वाली ट्रेनों की गति जल्द ही बढ़ाए जाने की कवायद चल रही है। अयोध्या से प्रयाग को जोड़ने वाले इलाहाबाद-फैजाबाद रेलखंड का उच्चीकरण किया जा रहा है। ट्रैक की क्षमता बढ़ाई जा रही है। रूट पर अत्याधुनिक सिग्नल प्रणाली लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है।

ट्रेनों की गति

जल्द ही इस रेलखंड की औसत रफ्तार बढ़ा दी जाएगी। जिसके बाद रूट पर तेज गति से ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे रामनगरी और संगम को जाने वाले तीर्थयात्रियों को आसानी होगी, गंतव्य तक पहुंचने में उनका करीब समय बचेगा।

इलाहाबाद-फैजाबाद रूट पर यूं तो रेलगाड़ियों की संख्या काफी कम है। देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों अयोध्या और प्रयाग को यह रेलखंड जोड़ता है। जिसके चलते बड़ी तादाद में तीर्थ यात्री इस रेलमार्ग पर चलने वाली गाड़ियों से सफर करते हैं। ऐसे में गुजरे वित्तीय साल 2016-17 में रेल मंत्रालय ने रेलखंड का उच्चीकरण करने का फैसला किया था। जिसके तहत रूट पर अत्याधुनिक परिचालन व्यवस्था स्थापित करने की कवायद शुरू की गई। सुलतानपुर व प्रतापगढ़ जिले की सीमा में करीब 45 किमी तक रेल पटरियों की क्षमता बढ़ाने का काम पूरा हो गया है।

सहायक मंडल अभियंता आरके सैनी ने बताया कि मौजूदा समय में इस रेलखंड की औसत गति 50 किमी प्रति घंटा है, जिसे 75 केएमपीएच करने का लक्ष्य है। रूट पर तृतीय स्तर की सिग्नल प्रणाली स्थापित की जा रही है। ताकि भविष्य में रेलगाड़ियों की रफ्तार को और बढ़ाया जा सके। चालू वित्तीय 2017-18 में काम पूरा कर लिया जाएगा।

बता दें कि कुछ महीने पहले ही इस रूट पर एक नई ट्रेन मानवर-संगम इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाई गई थी। जिससे अयोध्या से प्रयाग के बीच आवागमन करने वाले लोगों की काफी सहूलियत मिली है। ट्रैक उच्चीकरण के बाद रेलगाड़ियों की गति बढ़ने से मुसाफिरों का कीमती समय भी बचेगा।

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