कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में ये है अंतर
श्रीदेवी का कार्डियक अरेस्ट की वजह से शनिवार रात निधन हो गया. कुछ खबरों में इस अटैक को दिल का दौरा बताया जा रहा था. लेकिन दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में काफी अंतर है.
हार्ट अटैक तब होता है जब हार्ट को खून पहुंचाने वाली किसी आर्टरी या धमनी में ब्लॉकेज हो जाता है. हृदय की पेशियां काम करना बंद कर देती हैं. वहीं कार्डिएक अरेस्ट हृदय की खून को पंप करने की गति के रुक जाने को कहते हैं. कार्डिएक अरेस्ट से शरीर के अंगों तक खून नहीं पहुंचता है और अंग काम करना बंद करने लगते हैं. जिन लोगों को दिल की बीमारी हो, उन्हें कार्डियक अरेस्ट होने की आशंका ज्यादा रहती है.
हार्ट अटैक के लक्षण
रोगी को सीने के बीच जकड़न और तेज दर्द का एहसास होता है. यह कई मिनट तक रहता है.
दर्द धीरे-धीरे शरीर के अन्य अंगों जैसे बांहों, जबड़ों, गर्दन रीढ़ और कमर तक पहुंच जाता है.
सांस लेने में तकलीफ होती है.
शरीर में तेज पसीना भी आने लगता है.
कमजोरी, गुस्सा, सर्दी का एहसास आदि लक्षण हैं.
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, चक्कर आना, घबराहट सी महसूस होने लगती है.
मरीज अपनी चेतना अचानक खो बैठता है. वह शारीरिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है.
उसकी सांस भी अचानक रुक जाती है.
नब्ज रुक जाती है.
दिल धड़कना बंद कर देता है इसलिए नाड़ी गिरने लगती है. धीरे-धीरे शरीर के तमाम अंगों तक ब्लड पहुंचना बंद हो जाता है. उसके बाद मरीज की मौत हो जाती है.