जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का जनता दरबार ‘एलजी से मुलाकात’

वैसे तो कई राज्यों में मुख्यमंत्री के जनता दरबार की परम्परा पुरानी है। लेकिन जम्मू-कश्मीर का ‘एलजी से मुलाकात’ इस मामले में सबसे अलग है। इसमें सिर्फ शिकायतें ही नहीं सुनी जा रही बल्कि तत्काल प्रभाव से वहीँ इसका समाधान भी किया जा रहा है

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती, नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर एवं फारूक अब्दुल्ला की तीखी बयानबाजी के बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आम जनता के साथ सीधा संवाद करने में जुटे हुए है। इसी सिलसिले में गुरूवार को ‘एलजी से मुलाकात’ की शुरुआत हुई, जिसमें मनोज सिन्हा ने आम जन की समस्यांए सुनी और तत्काल वही उनका समाधान भी किया।

मनोज सिन्हा द्वारा शिकायतों का तत्काल निपटारा सुनिश्चित करने के लिए इस मुलाकात के दौरान राज्य के सभी आला अधिकारी भी मौजूद थे। वहीँ बड़ी संख्या में विभिन्न दलों के नेता भी उपराज्यपाल के पास अपने-अपने क्षेत्र से जुड़ी मांगो को लेकर पहुंचे रहे हैं ।

बृहस्पतिवार को हुए पहले ‘एलजी से मुलाकात’ में कुल 19 लोगों ने अपनी समस्यांए रखी जिनमे 15 लोगों की समस्याओं का तत्काल रूप से समाधान कर दिया गया। वहीँ 4 लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारीयों को एक हफ्ते का वक़्त दिया गया। जिन लोगों की समस्याएं दूर हुई उनमे उरी,बारामुला की निरमा बेगम भी है। बैंक के अकाउंट में कुछ त्रुटियों के कारण लम्बे समय से सामाजिक न्याय विभाग से पेंशन नहीं मिल पा रहा था।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश के बाद सोमवार तक निरमा बेगम के खाते में अभी तक की बकाया पेंशन सहित सारी रकम जमा करा दिया जायेगा। इसी तरह काफी लम्बे समय से अपने घर के चारो ओर अवैध निर्माण से परेशान बड़गावं के मोहम्मद अशरफ बेग की समस्या का समाधान करते हुए उपराज्यपाल ने दो दिन के भीतर सभी अवैध निर्माणों को हटाने का निर्देश दिया।

सुनवाई के दौरान सांबा के रोहित शर्मा अपने मुहल्ले में कुछ सेवानिवृत अधिकारीयों द्वारा नाला में अतिक्रमण की शिकायत लेकर पहुंचे। उपराज्यपाल के निर्देश पर तत्काल कार्यवाई करते हुए सांबा प्रशासन ने नाला के ऊपर बने 40 साल पुराने पक्के निर्माण के साथ-साथ अन्य अतिक्रमण को हटा दिया।

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