छठ व्रत: अगर आपका भी प्यास के मारे सूख रहा है गला, तो अपनाए ये 5 ट्रिक नहीं लगेगी प्यास

छठ का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है, क्योंकि इसमें खाना तो दूर पानी की एक बूंद पीने गले से नीचे नहीं उतार सकते. अक्सर महिलाओं को चिंता रहती है कि छठी का मुश्किल उपवास वह कैसे रख पाएंगी. आइए आपको बताते हैं छठ के व्रत में प्यास पर कैसे नियंत्रण रख सकते हैं.

शरीर का तापमान नियंत्रित रखने से भी आपको कम प्यास लगेगी. सबसे पहले तो आपको गर्मी और धूप से बचकर रहना चाहिए. ओवरहीटिंग की वजह से पसीना आने लगता है और शरीर के अंदर का पानी निकलने से आपको प्यास लगती है. कोरोना के कारण इस बार वैसे भी ज्यादातर लोग छठ घर पर ही मनाएंगे.

इसके अलावा आप टॉवेल में आइसक्यूब लपेटकर दो मिनट के लिए गले और कलाई के पास रखें. ये दो पल्स पल्स प्वॉइंट है, जहां आप आसानी से पहुंच सकते हैं. यह काम करता है क्योंकि पल्स प्वॉइंट ही ऐसी जगहें हैं, जहां रक्त नलिकाएं त्वचा की सतह के करीब होती हैं. इसी वजह से पूरे शरीर में ठंडेपन का एहसास होता है.

जब आप मुंह से सांस लेते हैं तो हवा आपके मुंह से गुजरती है और आपका मुंह सूख जाता है. जब आपका मुंह सूखने लगता है तो आपको प्यास लग जाती है. आप इस बात पर ध्यान दीजिए कि आप नाक से सांस ले रहे हैं या फिर मुंह से. इस बात पर अधिकतर लोग गौर नहीं करते हैं. अगर आप ऐसा करेंगी तो आपको प्यास से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी.

कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें. अधिकतर लोग सुबह उठते ही पानी की तरफ हाथ बढ़ाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? चूंकि हम सोते हैं तो नाक के बजाए मुंह से ही सांस लेते हैं. घंटों ऐसा करने के बाद हमारा मुंह बिल्कुल सूख जाता है. ह्यूमिडिफायर हवा का मॉइश्चर करता है, इसके इस्तेमाल से आपका मुंह सूखना बंद हो जाएगा.

छठ के दिन बहुत चिल्लाकर बात ना करें और किसी भी तरह की एक्सरसाइज या ज्यादा ऊर्जा खपत वाले काम बिल्कुल ना करें. ऐसा करने से प्यास ज्यादा लगेगे.

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