चीन को एक बार फिर लगा बड़ा झटका, 1 मिनट में हुआ करोड़ों का नुकसान

चीन को लगातार झटका लग रहा है. पहले गलवान पर भारत से, फिर दक्षिणी चीन सागर में अमेरिका से. अब चीन को अंतरिक्ष में एक बड़ा झटका लगा है. चीन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. उसका एक रॉकेट एक मिनट की उड़ान के बाद फेल हो गया. इससे उसके दो सैटेलाइट नष्ट हो गए. एक सैटेलाइट वीडियो शेयरिंग साइट के लिए था. दूसरा नेविगेशन सिस्टम के लिए बनाया गया था. 

चीन ने गुरुवार देर रात 12.17 बजे उत्तर-पश्चिम चीन के जिउकुआ सैटेलाइट सेंटर से कुआईझोउ-11 रॉ़केट (Kuaizhou-11 या KZ-11) लॉन्च किया था. इस रॉकेट में दो सैटेलाइट थे. एक वीडियो शेयरिंग साइट बिलिबिलि के लिए बनाया गया सैटेलाइट था. दूसरा नेविगेशन के लिए लगाया गया सेंटीस्पेस-1-एस2 सैटेलाइट था. 

बिलिबिलि वीडियो शेयरिंग साइट के चांगगुआंग सैटेलाइट कंपनी लिमिटेड ने सैटेलाइट बनाया था. चांगगुआंग सैटेलाइट कंपनी सरकारी संस्थान चांगचुन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्टिक्स, फाइल मैकेनिक्स और फीजिक्स का हिस्सा है. यह चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत संचालित होता है. 

कुआईझोउ-11 रॉकेट प्रोजेक्ट 1018 में शुरू किया गया था. 2019 में इस रॉकेट के पहले स्टेज में परीक्षण के दौरान ब्लास्ट हो गया था. चीन का यह इस साल का 19वां लॉन्च था जो बुरी तरह से फेल हुआ है. 

इस साल चीन के तीन रॉकेट फेल हुए हैं. पहला मार्च में हुआ था. इसका नाम था लॉन्ग मार्च 7ए रॉकेट. दूसरा अप्रैल में फेल हुआ था. इसका नाम था लॉन्ग मार्च 3बी. इस रॉकेट के साथ इंडोनेशिया के पालापा-एन1 कम्यूनिकेशन सैटेलाइट नष्ट हो गया था.

चीन कुआईझोउ-11 रॉकेट के जरिए कॉमर्शियल लॉन्चिंग का बादशाह बनना चाह रहा था. आपको बता दें दुनिया भर में कॉमर्शियल लॉन्चिंग में नंबर एक और सबसे भरोसेमंद देश भारत है. भारत दुनिया के दर्जनों देशों के सैटेलाइट की सफल लॉन्चिंग करता है. लेकिन चीन इसे पिछाड़ नहीं पा रहा है. 

चीन में इस समय कई निजी कंपनियां स्पेस लॉन्च मिशन में शामिल हैं. लेकिन किसी को भी मनचाही सफलता नहीं मिल पा रही है. इन कंपनियों में प्रमुख हैं एक्सपेस, आईस्पेस, वनस्पेस और लैंडस्पेस.

फिलहाल इस लॉन्च के फेल होने के बाद चीन की सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. ताकि ये पता किया जा सके कि आखिर गलती कहां हुई और किससे हुई.


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