Tokyo Olympics 2020: रील लाइफ से रियल लाइफ तक, अब टीम को देने हैं जिंदगी के श्रेष्ठ 120 मिनट

भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में सेमिफाइनल में अपनी जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। बता दें भारत की महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफइनल में प्रवेश किया हैं। जीत की नायिका गोलकीपर सविता पूनिया रहीं, सविता ने 9 बेहतरीन बचाव करके टीम इंडिया की लीड को कम या बराबर नहीं होने दिया। इस मैच में गुरजीत कौर के गोल और रक्षापंक्ति के बेहतरीन प्रदर्शन से भारतीय महिला हॉकी टीम ने तीन बार गोल्ड मेडलिस्ट रही ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाकर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।

Chak De! India dream turns reality: Rani Rampal & co. defeat Australia in  hockey

जैसे ही फाइनल राउंड खत्म हुआ, भारतीय टीम के खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, कोच हर कोई पिच पर एक जगह इकट्ठा होने के लिए कोने-कोने से दौड़ा आ रहा था। भारतीय टीम को पता था कि उन्होंने क्या हासिल किया है। इस दौरान शमित अमीन के निर्देशन में बनी शाहरुख की फिल्म ‘चक दे इंडिया’ की याद आ गई। स्टेडियम में चक दे ​​इंडिया के गाने गूंज रहे थे। जहां एक ओर भारतीय महिला टीम ने एक दूसरों को जकड़ लिया वही दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम घुटनों के बल पर गिर गई जिससे साफ़ जाहिर हो रहा था कि उन्हें क्या लगा था।

ट्वीटर पर भी इस जीत के साथ #ChakdeIndia ट्रेंड कर रहा है। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सहवाग ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इतनी खुशी शायद किसी जीत पर महसूस नहीं हुई होगी। ये एक शानदार पल है। पहली बार महिला हॉकी टीम ओलंपिक के सेमिफाइनल में पहुंची, चक दे इंडिया’। 

वहीं खेल मंत्र अनुराग ठाकुर ने भी टीम की तारीफ करते हुए लिखा, ‘शानदार परफॉरमेंस। भारतीय हॉकी टीम इतिहास रच रही है। ऑस्ट्रेलिया को हराकर हम सेमिफाइनल में पहुंच गए। महिला हॉकी टीम से कहना चाहेंगे कि 130 करोड़ देशवासी बस आपके साथ हैं’।

बता दे चक दे इंडिया फिल्म में भारत का फाइनल मुकाबला छह बार वर्ल्डकप विजेता रह चुकी ऑस्ट्रेलिया टीम से हुआ था। ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारतीय टीम फिल्म में वर्ल्ड कप जीती थी। जिस तरह से फिल्म के अंत में पेनल्टी कॉर्नर से जीत तय हुई थी वैसा ही कुछ मंजर इस खेल में भी देखने को मिला। चौथे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जोरदार हमले किए और लगातार दो कॉर्नर भी हासिल किए। उसे मैच में कुल 9 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वो इस पर गोल नहीं कर सकी। वहीं भारतीय टीम को सिर्फ एक कॉर्नर मिला और उसने इस गोल पर जीत पक्की कर दी। असल जिंदगी के मैदान में भारतीय हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया और तीन बार गोल्ड मेडल जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमिफाइनल में जगह बनाई। अब महिला हॉकी टीम को भी जीत हासिल करने के लिए अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ 120 मिनट देने होंगे। अब सेमीफाइनल में भारत का सामना 4 अगस्त को अर्जेंटीना से होगा, जिसने जर्मनी को 3-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।

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