ऐसी खौफनाक घटना के बाद बनता है ‘काला नमक’, जिसे जानकर आप हो जाएंगे हैरान…

शरीर में आयोडीन की कमीं को दूर रखने के लिए और किसी भी पकवान का भरपूर स्वाद उठाने के लिए नमक किस हद तक जरूरी है इसे सभी जानते हैं।

बिना नमक के सब कुछ फीका लगता है। दुनिया का शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो नमक का महत्व नहीं जानता होगा।

जैसा कि आप जानते हैं कि नमक के कई प्रकार होते है जैसे कि समुद्री नमक, सेंधा नमक और काला नमक आदि। बाजार में रिफाइंड और क्रिस्टल दो तरह के नमक मिलते हैं।

'काला नमक'

रिफाइंड नमक सफेद रंग का होता है जिसका अधिकतर प्रयोग किया जाता है। क्रिस्टल नमक को लोग सेंधा नमक या काला नमक के नाम से जानते हैं।

फ्रूट चाट हो या आलू के पकौड़े या फिर रायता इन्हें चटपटा बनाने के लिए ब्लैक साल्ट का उपयोग किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्लैक सॉल्ट को कैसे बनाया जाता है?समुद्री नमक के बारे में अधिकतर लोग जानते हैं, लेकिन काला नमक कहां मिलता है?

इसे कैसे बनाया जाता है? इस बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं।

आपको बता दें कि कहां साधारण नमक के बारे में तो सभी जानते है लेकिन काले नमक के बारे में कुछ ही लोग जानते है। इसका निर्माण ज्वालामुखी के पत्थरों से किया जाता है।

गुलाबी रंग के इस नमक में सोडियम क्लोराइड होता है और इसी की वजह से इसका स्वाद नमकीन होता है जबकि आयरन सल्फाइड के कारण इसका रंग बैगनी होता है। सल्फर की मौजूदगी के चलते इसकी गन्ध थोड़ी अलग किस्म की होती है।

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आयुर्वेद में ऐसा माना जाता है कि ब्लैक सॉल्ट की तासीर ठंडी होती है।

लो ब्लड प्रेशर, पाचन क्रिया पेट में जलन,गैस इन सारी समस्याओं से यह निजात दिलाता है।

इतना ही नहीं इसके और भी कई फायदे हैं। यानि कि स्वाद और सेहत दोनों ही दृष्टि से ब्लैक सॉल्ट का कोई जवाब नहीं है।

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