उरी में आतंकी हमला कर अमेरिका की गोद में जा बैठा पाकिस्तान, याद दिलाई पुरानी कसम

उरी में आतंकी हमला न्यूयॉर्क : जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकी हमला कर 18 जवानों की जान लेने के बाद पाकिस्तान अब अमेरिका की गोद में जाकर बैठ गया है। पाक पीएम नवाज शरीफ ने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई है। उरी हमले से ध्यान हटाने के लिए कश्मीर में तनाव को लेकर पाक ने सोमवार को नवाज ने न्यूयॉर्क में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से मुलाकात की।

नवाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से मुलाकात के दौरान कश्मीर में मानव अधिकारों के कथित उल्लंघन का मुद्दा उठाया और कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच के तनाव को खत्म करने के लिए अमेरिका को दखल देना चाहिए।

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नवाज शरीफ की जॉन केरी से मुलाकात के बाद पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, “प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर में 107 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, हजारों घायल हैं और सरकार के स्तर पर मानवाधिकार का घोर हनन किया जा रहा है”।

जारी बयान के मुताबिक, नवाज शरीफ ने केरी से कहा कि उन्हें अभी तक ‘राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का वो वादा याद है कि अमेरिका, पाकिस्तान और भारत के बीच के विवादों और मुद्दों को हल करने में मदद करेगा।

बयान के अनुसार शरीफ ने कहा, ‘मैं अमेरिकी प्रशासन और विदेश मंत्री केरी से उम्मीद करता हूं कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने के लिए अपने पद का इस्तेमाल करेंगे।’

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र में भी शरीफ कश्मीर का मुद्दा उठाने वाले हैं। उन्होंने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों से अपील की है कि भारत को कश्मीर में कथित बर्बरताओं से रोकना चाहिए।

उरी में आतंकी हमला की अमेरिका ने की निंदा

गौरतलब है कि अमेरिका ने 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि अमेरिका आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकियों ने उरी में आतंकी हमला कर सेना के 18 जवान जान ले ली, जबकि 19 से ज्यादा घायल हुए हैं।

 

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