कोर्ट के जरिए केजरीवाल ने खेला गजब गेम, चुनाव आयोग को ही बनाया अपना शिकार, बदलेगा रिजल्ट

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीननई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि जब पार्टी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी को लेकर सवाल करती है तो इस मुद्दे को लेकर उसका मजाक बनाना ठीक नहीं है, क्योंकि कई अन्य पार्टियों को भी ऐसी चिंताएं हैं। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी की चिंता जायज है और निर्वाचन आयोग को इसे दूर करना चाहिए।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित करीब 18 राजनीतिक दल हैं, जिन्होंने ईवीएम को लेकर संदेह जताया है और उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने भी ईवीएम जब्त करने के आदेश दिए हैं, फिर आप का मजाक क्यों उड़ाया जा रहा है?”

आप नेता का यह बयान पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक के बाद आया, जो गुरुवार देर रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुआ।

उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में ‘सबकुछ ठीक’ है। उन्होंने दिल्ली सरकार में फेरबदल की संभावनाओं से भी इनकार किया।

उन्होंने हालांकि कहा कि आप में संगठनात्मक सुधार की आवश्यकता है और पार्टी इस दिशा में काम करेगी।

सिंह ने कहा कि पार्टी संगठनात्मक तथा बूथ स्तर पर ‘आवश्यक बदलाव’ करेगी।

पीएसी की बैठक दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में आप की हार पर मंथन के लिए हुई थी, जिसके नतीजे बुधवार को सामने आए।

बैठक के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने इसका आकलन किया कि कहां गलती हुई?

उन्होंने बताया कि पीएसी ने इसकी भी मंजूरी दे दी है कि दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय आप के दिल्ली संयोजक होंगे।

यह पद आप नेता दिलीप पांडे के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई, जिन्होंने एमसीडी चुनाव में पार्टी की हार के बाद पद से इस्तीफा दे दिया।

सिंह ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को भी आड़े हाथों लिया, जिन्होंने पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में पार्टी ने जो कुछ भी हासिल किया है, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

गौरतलब है कि एमसीडी के 270 वार्डो के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 181 सीटों पर जीत मिली, जबकि आप 48 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही और कांग्रेस को 30 वार्डो में जीत मिली।

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