घरवाली-बाहरवाली के चक्कर में कनफ्यूज हुआ पति, कर डाली तीन हत्याएं
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में हत्या का एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने तीन लोगों की जान ले डाली। वजह ऐसी कि सुनने वाले दंग रह जाएंगे। प्यार, शादी फिर तकरार तो आपने सुना ही होगा। लेकिन यहां दो शादियों का मामला है। एक घरवाली और दूजी बाहरवाली। बाहरवाली को जब घरवाली का पता चला तो उसे ही रास्ते से किनारे लगाने का प्लान बना डाला। मामला ढकने की कोशिश में साली और ससुर को भी ठिकाने लगा दिया। जुर्म धोखे की चादर ज्यादा देर तक नहीं लपेट सकता। मामला खुला और पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
इलाहबाद में हत्या
धूमनगंज थाना क्षेत्र के नई बाजार मोहल्ले का रहने वाला साहिल उर्फ वीरू केसरवानी हलवाई का काम करता है।
करीब 4 साल पहले न्यूज पेपर हॉकर माधव प्रसाद की बेटी सुलोचना का संबंध वीरू के फुफेरे भाई राजकुमार केसरवानी से था। राजकुमार ने ही वीरू की मुलाकात उसी दौरान सुलोचना से कराई थी।
इसके बाद सुलोचना राजकुमार को छोड़कर वीरू की तरफ अट्रैक्ट हो गई। दोनों का इतना गहरा संबंध बन गया कि दोनों लिव-इन-रिलेशन में रहने लगे।
समय के साथ सुलोचना और उसके घरवाले शादी का दबाव बनाने लगे। दबाव में आकर 20 जनवरी 2016 को वीरू ने गेस्ट हाउस में सुलोचना से शादी कर ली।
सुलोचना को उसने अपने घर परिवार से छिपा कर मुंडेरा बाजार की भूसा वाली गली में किराए का कमरा लेकर रखा था।
इस बीच उसके घरवालों ने 16 फरवरी 2016 को वीरू की शादी सुमन से कर दी। सुमन ससुराल में पिता के घर में रहती थी।
कुछ दिन तक तो ठीक चला। साहिल रात में सुलोचना के साथ और दिन में सुमन के साथ रहता था।
सुमन और पिता मुन्नालाल को शक हुआ, तो मुन्नालाल ने एक दिन पीछा करके सुलोचना के कमरे तक पहुंच गया।
उसकी पोल खुल गई और घर में हंगामा खड़ा हो गया। सुलोचना और सुमन एक दूसरे से तलाक लेने की जिद करने लगी।
उसी रात वीरू ने सुलोचना की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी और अपने बहनोई की मदद से लाश को तालाब में फेंक दिया।
फिर सुलोचना के अचानक गायब होने का नाटक करने लगा, इससे सुलोचना के पिता-बहन को शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
मामला खुलने के डर से वह ससुराल गया। माधव प्रसाद को घर में अकेला देख वीरू ने ससुर के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया। जब वो नीचे गिरकर छटपटाने लगे तो चाकू से उसने उनका गला काट दिया।
ससुर की हत्या के बाद वह साली अर्चना का इंतजार करने लगा। जब अर्चना बाहर से आई तो उसके सिर पर भी पहले मूसल से सिर पर वार किया। साथ ही उसका गला भी चाकू से काट दिया। रजाई से दोनों लाशें ढक दीं और अपना हाथ धोकर बाहर निकल गया।
एसपी सिटी विपिन टांडा ने बताया कि माधव प्रसाद और अर्चना के मुंह पर कपड़े बंधे मिले थे।
तीन लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद वीरू ऐसा नाटक करता रहा मानों वो अपने रिश्तेदारों की हत्या से बेहद गमजदा है।
मिलने वाले सबूत साहिल के ओर इशारा कर रहे थे। लेकिन पुलिस सीधे तौर पर उसे आरोपी नहीं घोषित कर सकती थी। मामला साफ़ होने पर पुलिस ने साहिल को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की बातचीत के दौरान साहिल ने इस हत्या की बात को स्वीकार किया। उसने बताया कि इस हत्या को अंजाम देने का प्लान उसने एक टीवी सीरियल से प्रेरित होकर बनाया था।
इसी वजह से वह इतने दिनों तक पुलिस के सामने रहकर उसे बरगलाने में कामयाब हो पाया। आखिर में वह अपनी ही बुने हुए जाल का खुद शिकार हो गया।