इन राशि के लोगों के जीवन में खुशियां लाएगा सूर्य ग्रहण…
ज्योतिष पक्ष के अनुसार चार राशियां ऐसी हैं जिनके लिए सूर्य ग्रहण खुशखबरी लेकर आ रहा है। इनके जीवन में बड़े बदलाव हो सकते हैं। आने वाली 21 जून, रविवार को सूर्य ग्रहण लग रहा है। इस खगोलीय घटना को लेकर सभी के मन में जिज्ञासा है। ज्योतिष गणना के अनुसार यह ग्रहण देश व दुनिया के लिए कई अर्थों में निर्णायक साबित हो सकता है। सूर्य ग्रहण से 16 दिन पहले चंद्र ग्रहण था और 14 दिन बाद भी चंद्र ग्रहण लगेगा। 30 दिन के अंतर में तीन ग्रहणों का संयोग बहुत प्रभावी एवं फलदायक माना जा रहा है। सूर्य ग्रहण के बाद सृष्टि में राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक तौर पर उथल-पुथल मच सकती है लेकिन यह ग्रहण कुछ राशियों के लिए शुभ परिणाम के संकेत भी दे रहा है।
इन राशियों के लिए शुभ संकेत
मेष : मेष राशि के लोगों के लिए यह ग्रहण धन प्राप्ति के योग बना रहा है। उनके रुके हुए कार्य अब पूरे हो सकते हैं। पारिवारिक विवाद समाप्त होंगे, नए कार्य आरंभ होंगे। विवादों से बचे रहना ही श्रेष्ठ होगा। मांगलिक कार्य होने के योग बन रहे हैं।
सिंह : सिंह राशि के जातकों के लिए अब कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बन रही है। उनके जीवन में मकान, वाहन की प्राप्ति हो सकती है। घर में नया सदस्य आ सकता है। हालांकि वाहन चलाने में सावधानी बरतना होगी।
कन्या : कन्या राशि के लिए भी यह ग्रहण शुभ साबित होगा। रोजगार के साधन प्राप्त होंगे। मन खुश रहेगा। रुका कार्य पूरा होगा। संपत्ति मिलने के भी योग हैं।
मकर : मकर राशि के लोगों के लिए अब चिंता का दौर समाप्त होने जा रहा है। मांगलिक कार्यों का समय आ रहा है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। जीवन में उन्नति होगी। धन की प्राप्ति होगी।
यह सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में मिथुन राशि पर होगा। ज्योतिष गणना के अनुसार इसका प्रभाव एक प्रकार से मिला जुला रहेगा। आंधी, तूफान, भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं की आशंका है। देशों के बीच युद्ध की भी स्थिति बन सकती है। हालांकि सभी को अभी संभलकर रहने की जरूरत है। मध्य प्रदेश के सीहोर नगर निवासी ज्योतिष पंडित गणेश शर्मा का कहना है कि सूर्य ग्रहण के प्रभाव स्वरूप देश व दुनिया में पड़ोसी राष्ट्रों के आपसी तनाव, अप्रत्यक्ष युद्ध, महामारी, किसी बड़े नेता की हानि, राजनीतिक परिवर्तन, हिंसक घटनाओं में इजाफा, आर्थिक मंदी आदि पनपने के संकेत हैं। जहां तक भारत की बात है, विश्व में भारत का प्रभाव बढ़ेगा। इस महामारी से कई देशों को नुकसान होगा।