लाशों के ढेर बिछाने के लिए इस देश ने बनाया सबसे घातक हथियार, अब खुद समेट रहा मुर्दे

आतंकियों को परवरिशलाहौर| पाकिस्तान के लाहौर में गरुवार को दो विस्फोट हुए। इन घटनाओं में अभी तक लगभग 35 लोगों के घायल होने की खबर है। आशंका है कि किए गए विस्फोटों को टाइमर के जरिये कमांड दिया गया था। बता दें आतंकियों को परवरिश देने के मामले में पाकिस्तान का नाम हमेशा से सुर्ख़ियों में रहा है। लेकिन इन दिनों उसके लिए आतंकियों को परवरिश देना महंगा साबित हो गया। अपने ही बिछाए जाल में फंसा हुआ पाक अब आतंकियों के निशाने पर आ गया है।

आतंकियों को परवरिश देना महंगा हुआ साबित

पाकिस्तान के इस शहर में इस महीने यह ऐसी दूसरी घटना है। यह विस्फोट लाहौर में रक्षा आवासीय प्राधिकरण के जेड ब्लॉक में दोपहर से कुछ पहले हुआ जिसके बाद इलाके में दहशत फैल गई।

साफ तौर पर अभी विस्फोट की प्रकृति का पता नहीं चल पाया है। बम निष्क्रिय दस्ता और फॉरेन्सिक विशेषज्ञ विस्फोट स्थल से सबूत एकत्र कर रहे हैं।

पंजाब पुलिस के प्रवक्ता नियाब हैदर ने बताया ‘ऐसा लगता है कि विस्फोटक उपकरण लगाया गया था।’

वहीं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इसमे आठ-10 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। इलाके की घेराबंदी कर दी गयी है और एक तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

विस्फोट में कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। घायलों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि छर्रे के बिखराब के कारण वाणिज्यिक क्षेत्र के कई कार्यालयों और रेस्टोरेंटों के खिड़कियों के शीशे टूट गये हैं।

विस्फोट स्थल से 100 फुट की दूरी पर खड़ी कारों की खिड़कियां टूट गयी हैं और कारों को बहुत नुकसान पहुंचा है।

निवासियों को इमारतों से बाहर निकाल लिया गया है। विस्फोट जेड ब्लॉक मार्केट में हुआ जहां कई रेस्तरां हैं और अक्सर युवा जोड़े वहां आते जाते हैं।

पाकिस्तान में हालिया आतंकी हमलों में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद देश भर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

इससे पहले सिंध प्रांत में एक प्रख्यात सूफी दरगाह में 16 फरवरी को एक आत्मघाती हमलावर के हमले में 88 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के बाद सेना ने आतंकियों के खिलाफ सघन अभियान छेड़ा और दावा किया कि देश भर में 130 से अधिक आतंकी मारे गए हैं।

वहीं 13 फरवरी को पंजाब विधानसभा के निकट हुए आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 14 लोग मारे गए थे।

इन सबके इतर पुलिस का कहना है कि कुछ लोग अभी भी इमारत के मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं। मलबे को हटाने काम जारी है। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए एक सुरक्षा दस्ते को भी लगाया गया है।

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