आज का इतिहास : देश ने खोया एक प्रसिद्ध अभिनेता

आज का इतिहासऋतुपर्णो घोष का जन्म 31 अगस्त, 1963 में हुआ था। ये बंगाली फ़िल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक, लेखक और अभिनेता थे। ‘चोखेर बाली’, ‘रेनकोट’ और ‘अबोहोमन’ जैसी फ़िल्मों के लिए ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ विजेता ऋतुपर्णो घोष की ख्याति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जगत में थी। उन्होंने और उनकी फ़िल्मों ने रिकॉर्ड बारह ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ जीते थे।

ऋतुपर्णो घोष उन निर्देशकों में से एक थे, जो फ़िल्म को एक कला मानते थे। व्यवसाय या बॉक्स ऑफिस को ध्यान में रखकर उन्होंने कभी फ़िल्में नहीं बनाईं। उनकी अपनी सोच थी, शैली थी और अपने मिजाज के अनुरूप ही ‍वे फ़िल्में बनाते थे।

बहुत कम समय में ही उन्होंने अपनी एक ख़ास पहचान बना ली थी। घोष ने विज्ञापन की दुनिया से अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया था और जल्द ही फ़िल्मों की ओर मुड़ गए थे। अपने 19 साल के फ़िल्मी करियर में ऋतुपर्णो घोष ने 19 फ़िल्मों का निर्देशन और तीन फ़िल्मों में अभिनय किया। उनकी मृत्यु 30 मई, 2013 में हुई।

आज का इतिहास

30 मई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

1981 – बांग्लादेश के राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान की उनके 8 सहयोगियों के साथ हत्या, देश में आपातकाल लागू।

1987 – गोवा को भारत के राज्य का दर्जा मिला। गोवा भारत का 26 वाँ राज्य बना।

1996 – 6 वर्षीय बालक गेधुन चोकी नाइया को नया पंचेन लामा चुना गया।

1998 – पाकिस्तान द्वारा एक और (छठा) परमाणु परीक्षण, अफ़ग़ानिस्तान में भीषण भूकम्प से 5000 लोगों के मरने की आशंका।

2003 – नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री लोकेन्द्र बहादुर चंद ने इस्तीफ़ा दिया।

2004 – सऊदी अरब में बंधक संकट समाप्त, परन्तु दो भारतीयों सहित 22 की हत्या।

2007 – अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस पर 107 शांति रक्षक पुरस्कृत।

2008 – सुजाना मेटल प्रोडक्ट लिमिटेड ने विशाखापट्टनम में 180 करोड़ रुपये की लागत से तीन स्टील इकाईयों का अधिग्रहण किया।

अफ़ग़ानिस्तान में एक ज़िले पर तालिबान ने क़ब्ज़ा किया।

30 मई को जन्मे व्यक्ति

1909 – पण्डित मुखराम शर्मा – भारतीय हिन्दी फ़िल्मों के सुप्रसिद्ध कथा, पटकथा और कहानी लेखक।

30 मई को हुए निधन

1606 – गुरु अर्जन देव – सिक्खों के पाँचवें गुरु।

1991 – उमाशंकर दीक्षित – ‘भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन’ के पुरोधा एवं मानवता के पुजारी और राष्ट्रवाद के अग्रदूत।

2000 – रामविलास शर्मा – आधुनिक हिन्दी साहित्य में सुप्रसिद्ध आलोचक, निबंधकार, विचारक एवं कवि

30 मई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

हिन्दी पत्रकारिता दिवस (हिन्दी के पहले साप्ताहिक ‘उदन्त मार्तण्ड’ के प्रथम प्रकाशन के अवसर पर)

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