आखिर क्यों इतना खास है शाकुम्भरी देवी का मंदिर, जहाँ CM योगी आज लेंगे आशीर्वाद…

आज cm योगी सहारनपुर में चुनावी समर का शंखनाद करने जा रहे हैं. लेकिन उससे पहले वो सहारनपुर के प्रसिद्ध मंदिर शाकुंभरी देवी के दर्शन करने भी जायेंगे. बताया जा रहा है कि वे चुनावी समर की शुरुआत माता के दर्शन के बाद ही करेंगे. तो आइये जानते हैं कि आखिर ये मंदिर इतना प्रसिद्ध क्यों है. इसके पीछे छिपी है एक पौराणिक कहानी…

शाकुंभरी देवी की कथा के अनुसार एक दैत्य जिसका नाम दुर्गम था उसने ब्रहमा जी को प्रसन्न कर उनसे वरदान में चारो वेदो को प्राप्त कर लिया था। साथ ही यह वरदान प्राप्त कर लिया था कि उससे युद्ध में कोई जीत ना सके।

दुर्गम राक्षस के आतंक से करीब सौ वर्ष तक वर्षा न होने के कारण अन्न-जल के अभाव में भयंकर सूखा पड़ा, जिससे लोग मर रहे थे। सभी देवता देवी की शरण में गये और उन्होंने उनसे दुर्गम राक्षस को मारने की प्रार्थना की।

शाकुम्भरी देवी का मंदिर

देवताओं को इस तरह दुखी देखकर मां दुर्गा मां शाकंभरी देवी के रूप में अवतरित हुई। जिनके सौ नेत्र थे। उन्होंने रोना शुरू कर दिया जिससे हजारो धाराऐं बहने लगी अंत में मां शाकंभरी दुर्गम दैत्य का अंत कर दिया।

एक अन्य कथा के अनुसार शाकुम्भरा (शाकंभरी) देवी ने 100 वर्षों तक तप किया था और महीने के अंत में एक बार शाकाहारी भोजन कर तप किया था। ऐसी निर्जीव जगह जहां पर 100 वर्ष तक पानी भी नहीं था, वहां पर पेड़-पौधे उत्पन्न हो गए।
पीएम का खुद को चौकीदार कहना एक चुनावी एजेंडा है, जानिए असली चौकीदारों ने दर्द
श्री दुर्गा सप्तशती के 11वें अध्याय में मां शाकुंभरी देवी का वर्णन मिलता है। सौ नेत्रो से प्रजा की ओर दयापूर्ण दृष्टि से देखने के कारण देवी का नाम शताक्षी प्रसिद्ध हुआ।

इसी प्रकार जब सारे संसार मे वर्षा नहीं हुई और अकाल पड गया तो उस समय शताक्षी देवी ने अपने शरीर से उत्पन्न शाको यानि साग सब्जी से संसार का पालन किया । इस कारण पृथ्वी पर शाकंभरी नाम से प्रसिद्ध हुई।

LIVE TV