एम्स बना देश का पहला अस्पताल जहां होगा आंख के ट्यूमर का इलाज

आंख के ट्यूमरनई दिल्ली| अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) देश का पहला सार्वजनिक अस्पताल है, जहां प्लेक ब्रेचीथेरेपी सुविधा आंख के ट्यूमर के इलाज के लिए शुरू की गई है।

आंख के ट्यूमर का इलाज

एक बयान के अनुसार, यह इलाज विकिरण के जरिए आंख को दिया जाएगा। इसके लिए एक रेडियोधर्मी उपकरण कुछ समय के लिए आंख से जुड़ा रहेगा।

इस सुविधा के जरिए राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थैलमिक साइंसेज एक प्रकार के कैंसर रेटिनोब्लास्टोमा से पीड़ित बच्चों का इलाज करेगा। व्यस्कों में यह बीमारी मेलानोमा नाम से जानी जाती है।

बयान में कहा गया है, “ये दोनों कैंसर जीवन के लिए घातक है और प्लेक ब्रेचीथेरिपी से न सिर्फ जीवन बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि दृष्टि भी बचाई जा सकेगी।”

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