अस्पताल की कामचोरी पकड़ी गई ! कूड़े में फेंक दी गईं 15 पोलियो वैक्सीन की शीशियाँ, बच सकती थी हजारों जानें
रिपोर्ट – अनिल तिवारी
सिद्धार्थनगर : जनपद के शोहरतगढ़ समुदायिक केंद्र परिसर में पोलियो वैक्सीन की 15 शीशियों के कचरे के ढेर में मिलने से अस्पताल कर्मियों की लापरवाही उजागर होने का मामला सामने आया है |
यह बहुमूल्य वैक्सीन सैकड़ो बच्चों को पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से आजीवन बचा सकती थी | लेकिन ग़ैरजिम्मेवार व लापरवाह कर्मचारियों ने कामचोरी के चलते इसे नष्ट करने के लिए कचरे में फेंक दिया |
जिससे यह कचरे के साथ जलकर नष्ट हो जाये | इस मामले को लेकर डीएम ने जांच के लिए समिति को गठित कर 24 घण्टे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है |
पोलियो जैसी गंभीर बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए यूनिसेफ व भारत सरकार पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं | इसके लिए यूनिसेफ पोलियो वैक्सीन उपलब्ध कराता है | जिसे दुधमुहे बच्चो को पिलाकर इस गंभीर बीमारी को काफी हद तक काबू में किया गया है |
पोलियो ड्राप को पिलाने की जिम्मेवारी सरकारी अस्पतालों में एएनएम व संविदाकर्मियों से करवाया जाता है | लेकिन सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ स्थित सरकारी अस्पताल के लापरवाह व गैर जिम्मेदार अस्पताल कर्मियों ने कामचोरी की वजह इस बहुमूल्य वैक्सीन को कूड़े के ढेर में फेंक दिया |
कचरे के ढेर में पाई गई 15 पोलियो वैक्सीन जनवरी 2019 की निर्मित है तथा इसकी एक्सपायरी 2020 अंकित है | इस प्रकार यह उपयोग के योग्य वैक्सीन थी | लेकिन घर-घर जाकर पिलाने की कामचोरी के चलते शायद कर्मचारियों ने इसे कचरे में फेंक दिया |
उन कर्मचारियों को अनुमान भी नही होगा कि इन शीशियों में वैक्सीन की बूंदे हजारों बच्चो को इस गंभीर बीमारी से आजीवन के लिए बचा सकती थी |
जिन्हें उन्होंने नष्ट करने के लिए फेंक दिया | इस मामले को लेकर जब हमने जिलाधिकारी दीपक मीना से बात की तो उन्होंने इस मामले की जांच एक समिति से कराने की बात कही | साथ ही उन्होंने कहा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी |