अल्लाह की इबादत करनी है तो हेयर ट्रांसप्लांट ज़रूरी
नई दिल्ली| इस्लामी शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबंद ने विग (कृत्रिम बाल की टोपी) लगा कर अल्लाह की इबादत करने वाले मुसलमानों के खिलाफ फतवा जारी किया है| संस्था का कहना है कि विग या कृत्रिम दाढ़ी लगाकर अता की गयी नमाज़ को अधूरा माना जाएगा|
दारुल उलूम देवबंद के प्रवक्ता अशरफ उस्मानी की मानें तो नमाज से पहले वुजू (हाथ और चेहरा धोना) और गुसल (पूरे शरीर की सफाई) दो बेहद अहम काम हैं। विग के कारण पानी सिर की त्वचा तक नहीं पहुँचता। इससे वुजू और गुसल का मकसद पूरा नहीं हो पाता|
हालांकि संस्था को हेयर ट्रांसप्लांट से कोई दिक्कत नहीं है। बदलती जीवनशैली के लिए संस्था ने इसे गलत नहीं माना है|