वायु सेना प्रमुख ने ‘Flying Coffin’ में अकेले भरी उड़ान, बहादुरी के लिए मिला ‘युद्ध सेवा मेडल’
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के नए प्रमुख बीएम धनोआ ने मिग-21 फाइटर प्लेन को अकेला उड़ाया। रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि एयर चीफ मार्शल धनोआ ने राजस्थान के उत्तरलाई में वायु सेना के बेस से मिग-21 टाइप 96 एयरक्राफ्ट में उड़ान भरी।
वायु सेना प्रमुख बनने के बाद धनोआ पहली बार किसी ऑपरेशन बेस के तीन-दिवसीय दौरे पर हैं। धनोआ पश्चिमी क्षेत्र में स्थित बेस का दौरा कर वहां मौजूद कर्मचारियों की ऑपरेशनल तैयारियों और उत्साह के बारे में जानना चाहते हैं।
‘उड़ता ताबूत’ के नाम से कुख्यात मिग-21 में वायु सेना प्रमुख ने करीब आधे घंटे तक उड़ान भरी। धनोआ से पहले, एयर चीफ मार्शल्स एवाई टिपनिस और दिलबाग सिंह सेवा में रहते हुए रूस में बना यह एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं। दिसंबर 1998 से दिसंबर 2001 से वायु सेना प्रमुख रहे टिपनिस ने कहा था कि उन्होंने लड़ाकू विमान यह संदेश देने के लिए उड़ाया कि वह सुरक्षित है। हालांकि धनोआ ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, मगर वह कारगिल ऑपरेशंस के समय ऐसे ही एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं। उन्होंने पहाड़ियों के बीच रात में कई बार हमला करने वाले मिशन को अंजाम दिया था। उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें युद्ध सेवा मेडल दिया गया था।
भारतीय वायुसेना से मिग-21 और मिग-27 के 20 बेड़े (स्क्वाड्रन ) 2019 तक रिटायर कर दिए जाने की तैयारी है।