बैजनाथ स्वास्थ्य केन्द्र के हालात खराब, निभा रहा रेफरल सेंटर की भूमिका

बैजनाथ स्वास्थ्य केन्द्र

जगदीश पांडेय

बागेश्वर। उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद यहां की आम जनता को बड़ी उम्मीदें थी कि इन्हें इस राज्य के बनने से आधारभूत सुविधाओं का लाभ मिलेगा लेकिन आज भी सुविधाओं के लिए जनता को इंतजार ही करना पड़ रहा है। बात करें स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की तो आज भी बागेष्वर जनपद का बैजनाथ स्वास्थ्य केन्द्र बदहाली के आंसू रो रहा है। डाक्टरों की कमी, एवं संसाधनों व सुविधाओं के अभाव के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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उत्तराखण्ड को राज्य बने भले ही सत्रह साल बीत गया हो लेकिन आज भी स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बदहाली का आलम आम है। बागेष्वर जिले के बैजनाथ स्वास्थ्य केन्द्र में आज भी सुविधाओं के नाम पर सब कुछ शून्य है। डॉक्टरों की कमी यहां की प्रमुख समस्या है इस केन्द्र में 8 डॉक्टरों के सापेक्ष केवल 4 डॉक्टर ही कार्यरत हैं। इसमें भी एक डाक्टर प्रशासनिक कार्यों के चलते मरीजों को समय दे पाने में असमर्थ है। जिसके चलते इलाज के नाम पर क्षेत्र की जनता को बाहरी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है।

क्षेत्र की गरीब जनता की खून पसीने से कमाई गई गाड़ी कमाई इलाज के भारी भरकम खर्चे में ही खत्म हो जाती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैजनाथ महज रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। वहीं मरीजों की बड़ती संख्या के दबाव के चलते यहां कार्यरत डॉक्टर भी बेहद परेशान हैं और यह भी अस्पताल में डाक्टरों के रिक्त पदों को भरे जाने व सुविधाओं से अस्पताल को सुसज्जित किये जाने की बात कर रहे हैं। यहां कुमाऊ के साथ साथ गढ़वाल से भी मरीज काफी संख्या में आते है। डॉक्टरों की कमी के चलते यहाँ लोगो का आना भी अब काफी कम हो गया है। लोगो का कहना है कि अगर यहाँ आके रेफर ही करना है तो यहाँ आना ही क्यों है।

स्थानीय लोगो का कहना है कि सरकार जल्द से जल्द अगर इस व्यवस्था को सही नही करती है तो वह लोगो द्वारा यहाँ जन आंदोलन किया जाएगा।

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