पाकिस्तान के ‘अच्छे दिन’ लाना चाहते हैं मोदी

पाकिस्ताननई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ देश नहीं बल्कि पाकिस्तान की तरक्की के सपने भी देखते हैं। वह चाहते हैं कि पाकिस्‍तान के अच्छे दिन भी आएं। इसके उपाय भी पीएम खुद सुझाते हैं। खबरों के मुताबिक ‘द वॉल स्ट्रीट’ को दिए इंटरव्यू पर टिप्पणी पोस्ट करते हुए मोदी ने लिखा, ‘भारत-पाकिस्तान के रिश्‍ते नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। लेकिन इसके एवज में पाकिस्तान को आतंकवाद की बाधा हटानी होगी।’

पाकिस्तान की फिक्र

उन्होंने लिखा, ‘हम पहला कदम उठाने के लिए तैयार हैं लेकिन शांति की राह अब एक दोतरफा मार्ग है। हमें एक-दूसरे से लड़ने की बजाय गरीबी से लड़ना होगा। यह तभी संभव है जब पाकिस्तान आतंकवाद से नाता तोड़े।’

मोदी ने यहां चीन से रिश्‍तों पर भी राय दी। उन्होंने लिखा, ‘चीन के साथ भी बॉर्डर पर तनाव है। लेकिन वहां कोई झड़पें नहीं होतीं। 30 साल से भारत-चीन बॉर्डर पर एक गोली तक नहीं चली।’ मोदी के मुताबिक इसका नतीजा यह हुआ कि भारत-चीन के बीच व्यापारिक रिश्‍ते मजबूत हुए। दोनों देशों के बीच व्यापार के साथ संस्कृतियों का भी आदान-प्रदान बढ़ा है।

मोदी ने कहा कि एक शांतिपूर्ण और खुशहाल पड़ोस के एजेंडे की शुरुआत उनकी सरकार के पहले दिन से हो गई थी। उनकी लाहौर यात्रा इसी विश्वास का स्पष्ट संकेत था। मोदी ने साफ किया कि भारत की गुटनिरपेक्ष नीति को बदलने की कोई वजह नहीं है।

मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया में एक कोने पर नहीं खड़ा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश है। दुनिया हम से रिश्‍ते बना रही है। अमेरिका भारत को लेकर बहुत उत्सुक है। भारत एक उभरती शक्ति है। उसके साथ गठबंधन नहीं तो कम से कम उसके साथ एक समूह बनाने का तो इच्छुक है ही, जो कुछ हद तक चीन का मुकाबला कर सकता है।

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