परीक्षा देने से रोकने पर भड़के सन ऑफ सरदार
अंबाला। हरियाणा में सिख युवक को परीक्षा देने से पहले हाथ में पहना कड़ा उतारने को कहा गया। युवक इस बात से नाराज हो गया। परीक्षा देने की बात थी इसलिए उसने अफसरों से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। घटना की सूचना एक सिख संगठन को मिली। इसके बाद से मामला गर्मा गया। तीखे विरोध के बाद युवक को कड़े के साथ परीक्षा देने का मौका मिला।
सिख युवक के कड़े पर विवाद
घटना अंबाला की है। यहां रविवार को कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में यह बवाल हुआ। सिख नुमांइदे परीक्षा केन्द्र पर इकट्ठा हो गए और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मामला देखते ही देखते सरकार के संज्ञान में आया, जिसके बाद सबसे पहले एसीपी सुरेश कौशिक स्थिति को संभालने पहुंचे। यहां पर परीक्षा कंडक्ट करने वाले अधिकारियों से भी बात की गई परंतु बात नहीं बनी। इसके बाद एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला स्कूल में पहुंचे और सिख प्रतिनिधियों से बात की। अंत में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य दलबीर कुमार और नीलम अवस्थी ने आकर उनसे बात की और कार्रवाई का आश्वासन दिया। परीक्षार्थी की ओर से एग्जाम सुपरिटेंडेंट के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी गई है।
एसजीपीसी मेंबर हरपाल सिंह पाली ने कहा कि सरकार सोची समझी राजनीतिक साजिश के तहत धर्म की आड़ में लोगों को परेशान कर रही है। गुरजोत सिंह ने कहा कि बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इन्हें रोका न गया तो सिखों की नाराजगी बढ़ सकती है।
वहीं जांच करने वाली टीम के मुखिया ने बताया कि सिख युवक को कड़ा उतारने को नहीं कहा गया। उसके साथ एक अन्य युवक था जो केसधारी नहीं था। उस युवक को कड़ा उतारकर अंदर जाने को कहा गया था, परंतु वह विरोध करने लगा। इसके बाद मामला गलतफहमी में गड़बड़ हो गया। वहीं आयोग की ओर से आए दलबीर कुमार और नीलम अवस्थी ने कहा कि आयोग की ओर से सख्त हिदायतें हैं कि धार्मिक चिन्हों के साथ चेकिंग स्टाफ कोई भी छेड़छाड़ न करे। इसके बावजूद यदि ऐसा किया गया है तो इसकी जांच की जाएगी। शिकायत पक्ष की ओर से एसडीएम शक्ति सिंह को शिकायत दे दी गई है। आयोग इस पर सख्त कार्रवाई करेगा ताकि दोबारा ऐसी गलती करने की कोई हिम्मत करे।