संसद में छाई रही नोटबंदी, कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली। संसद के शीत सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को भी दोनों सदनों में नोटबंदी का मुद्दा छाया रहा, जिसके कारण कार्यवाही बाधित हुई और कई बार के स्थगनादेश के बाद अंतत: दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने सरकार के नोटबंदी के फैसले का पुरजोर विरोध किया।

सदनों में नोटबंदी

लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने रियो ओलम्पिक और पैरालम्पिक खेलों में पदक विजेता भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी।

जैसे ही प्रश्नकाल की प्रक्रिया शुरू हुई, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नोटबंदी पर नियम 56 के तहत चर्चा की मांग की, जिसमें वोटिंग का प्रावधान है।

खड़गे ने कहा, “नोटबंदी से लोग परेशान हैं। हमने स्थगन के लिए नोटिस दिया है। इसे स्वीकार करें और नियम 56 के तहत चर्चा शुरू कराएं।”

वहीं, संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि लोग कालेधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के इस कदम के साथ हैं।

कुमार ने कहा, “सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। देश के लोग नोटबंदी पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं।”

हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी यही हाल रहा, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

ऊपरी सदन राज्यसभा में भी यह मुद्दा छाया रहा। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने सभापति की शांत हो जाने की अपील अनसुनी कर दी, जिसके बाद सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न् 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू होने पर भी यही स्थिति रही। विपक्षी दल नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। विपक्षी दलों के सांसद सभापति की आसंदी के करीब पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के कारण एक बार फिर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने हालांकि सदस्यों को यह कहकर शांत कराने की कोशिश की कि उनकी बातें सुनी जाएंगी, लेकिन उनकी कोशिशें विफल हुईं और सदन की कार्यवाही एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई तथा इसे दोपहर 12.33 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

इसके बाद भी सभापति ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की, लेकिन ऐसा नहीं हो पाने की स्थिति में उन्होंने कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी जब हंगामा शांत नहीं हुआ तो इसे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।

वहीं, संसदीय मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उड़ी में आतंकवादी हमले में शहीद होने वाले जवानों की तुलना नोटबंदी की वजह से मरने वाले लोगों से करने पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद से माफी मांगने को कहा।

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