डिजिटल साक्षरता अभियान में पीएम मोदी के साथ स्टूडेंट्स

लेसकैश सिस्टमनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोटबंदी के बाद लोगों से लेसकैश सिस्टम अपनाने की बात कर रहे हैं। उनके इस अभियान में अब स्टूडेंट्स को भी शामिल करने की योजना बनाई जा रही है। एचआरडी मिनिस्ट्री इस अभियान में सभी स्कूलों और कॉलेजों को शामिल करने की जुगत में है, जिसके तहत स्टूडेंट्स को तो डिजिटल साक्षरता दी जाएगी, साथ ही ये स्टूडेंट्स अपने आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को डिजिटल साक्षरता देंगे। यह योजना स्टूडेंट्स के लिए प्रोजेक्ट की तरह होगा जिसकी बाद में उन्हें रिपोर्ट भी समिट करनी होगी।

एचआरडी मिनिस्ट्री के अधिकारी ने बताया है कि जल्द ही एचआरडी मिनिस्ट्री की तरफ से स्कूल-कॉलेज, आईआईटी सहित सभी एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स के लिए एक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। जिसके तहत स्टूडेंट्स को पहले डिजिटल साक्षरता दी जाएगी। इसके बाद स्टूडेंट्स से कहा जाएगा कि वह अपने घर और फिर आसपास के इलाकों में लोगों को डिजिटल साक्षरता दें। उन्हें सिखाएं कि किस तरह डेबिट कार्ड, नेटबैंकिंग या ई-वॉलेट का इस्तेमाल करना है। इसके जरिए  लोगों में लेसकैश सिस्टम की नॉलेज बढ़ेगी।

स्टूडेंट्स लोगों को सिखाने के साथ ही प्रोजेक्ट भी तैयार करेंगे। जिसमें यह दिखाया जाएगा कि अभी डिजिटल साक्षरता का क्या हाल है, वह किस तरह ट्रेनिंग दे रहे हैं और फिर किस तरह हालत बदल रहे हैं। बाद में स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट रिपोर्ट समिट करने के लिए भी कहा जाएगा।

एचआरडी मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक, अभी यह तय नहीं है कि प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा होने के बाद क्या किया जाएगा, लेकिन हो सकता है कि सबसे अच्छे प्रोजेक्ट को कुछ रिवॉर्ड दिया जाए। यह वॉलंटियर प्रोग्राम होगा। उन्होंने कहा कि इससे स्टूडेंट्स अपने घरों में तो डिजिटल साक्षरता फैलाएंगे ही साथ ही अगर स्टूडेंट्स प्रोजेक्ट लेवल पर काम करेंगे तो इससे अवेयरनेस भी बढ़ेगी। अगर स्टूडेंट्स उन लोगों को जो डिजिटल साक्षरता से अभी काफी दूर हैं, बेसिक समझ भी दे दें तो इसका बहुत फायदा मिलेगा।

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