ये तरीके दे सकते हैं आपके स्टार्टअप को सही फंडिंग, ले सकता है एक सफल बिज़नेस का रूप

लाइव टुडे डेस्क| कई बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं, जब आपको अपने स्टार्टअप के लिए आउटसाइट कैपिटल की तलाश करनी पड़ती है। यहां तक आपके फ्रेंड्स, फैमिली के लोग भी आपकी पैसों से जुड़ी जरूरतें पूरी नहीं कर पाते और आपको निवेशकों की तलाश करनी पड़ती है।

ये तरीके दे सकते हैं आपके स्टार्टअप को सही फंडिंग, ले सकता है एक सफल बिज़नेस का रूप

कई बार ऐसा भी होता है कि बिजनेस की शुरुआत में आपको कस्टमर्स का सही फीडबैक भले ही मिल रहा हो और आपकी कमाई भी शुरू हो चुकी है लेकिन आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ा नहीं पाते हैं क्योंकि आपका विजन बहुत बड़ा था।

ऐसे में जब भी आप अपने बिजनेस या स्टार्ट अप के लिए आउटसाइड फंडिंग तलाशते हैं तो कुछ चीजों की जानकारी आपके लिए होना बहुत जरूरी है। इससे आपको पता चलेगा कि कब, कहां, कैसे, क्यों आपके फाइनेंसिंग राउंड्स इंवेस्टर्स के साथ सफलता पूर्वक कैसे पूरे किए जा सकते हैं। आपका निवेशक कोई बड़ी कंपनी भी हो सकती है या फिर कोई बैंक भी।

दोनों ही मामलों में आपको कई तरह के सवालों के जबाव देने होंगे, तभी आप पर भरोसा किया जा सकेगा और आपको मनचाही राशि मिल पाएगी। अपने स्टार्टअप की ओर किसी भी निवेशक को आकर्षित करने के लिए आपको खुद को पहले से ही तैयार करना होगा,तभी फंडिंग मिलेगी। आउट साइड फंडिंग के लिए कदम बढ़ाने से पहले आपके पास क्या होना चाहिए, किन बातों की जानकारी आपको होनी चाहिए और आपको इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, आइए जानते हैं।

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टार्गेट मार्केट साइज क्या है?

ज्यादातर बाहरी इंवेस्टर्स के पास एक पर्टीकुलर इंवेस्टमेंट थीसिस होती है, जिस पर वे आगे बढ़ना पसंद करते हैं। वे किसी खास तकनीक या खास वर्टीकल मार्केट में इंवेस्ट करते हैं। उन्हें इंप्रेस करने के लिए आपके पास मार्केट साइज, मार्केट ग्रोथ और मार्केट शेयर को बताने वाला एक बेहतरीन और स्पष्ट फाइनेंशियल मॉडल होना चाहिए। अगर सफलता चाहते हैं तो आपको अपने लिए सही इंवेस्टर ढूंढने में मेहनत तो करनी ही होगी। इसके बाद ही आप अपने तय लक्ष्य तक पहुंच सकेंगे।

अल्टीमेट गोल और विजनस –  सबसे पहली बात यह है कि आपके पास एक विजन होना चाहिए यानी आपको पता होना चाहिए कि आप अपने बिजनेस को कहां तक ले जाना चाहते हैं। ऐसे निवेशक जो आपके प्रोजेक्ट को लेकर एक्साइडेट हों और निवेश के इच्छुक हों, उनके लिए आपके पास एक क्लीयर विजन होना चाहिए। आपको अपने पैशन और एक्साइटमेंट को उनके सामने जताना होगा।

इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि इंवेस्टर को यह नहीं लगना चाहिए कि आपका विजन हवा-हवाई है, आपको विजन के साथ एक्शनेबल प्लान भी बताना होगा। इसके बाद ही निवेशक आप पर और आपके बिजनेस पर भरोसा कर सकेगा।

कंट्रोल की इच्छा-

जब भी आप अपनी कंपनी के बाहर से पैसा निवेश करवाने का फैसला करते हैं तो आप एक तरह से इस बात का भी फैसला ले रहे होते हैं कि बिजनेस पर आपका कंट्रोल पूरी तरह से नहीं रहेगा। हो सकता है कि आपको एक बाहरी सीईओ को अपॉइंट करना पड़े। आप यह बात इंवेस्टर के सामने स्वीकार कर लें तो बेहतर रहेगा। इससे निवेशक आपकी ओर आकर्षित होगा।

प्रोडक्ट-मार्केट फोकस- आपको इंवेस्टर को बताना होगा कि आपके पास प्रोडक्ट-मार्केट फोकस को लेकर रणनीति है या नहीं। आपके पास सॉल्युशंस के साथ निकटवर्ती मार्केट पर अटैक करने के लिए रोडमैप होना चाहिए।

अगर इंवेस्टर को लगता है कि आप सबके लिए सब कुछ करने के इच्छुक हैं तो इंवेस्टर की रुचि आपके स्टार्ट अप में जरूर बढ़ेगी और वह निवेश करने में रुचि जरूर दिखाएगा। मुख्य बात इंवेस्टर के साथ डील तय करने में फायदे की परख और एक ऑप्टिमम एवं वाजिब मूल्य के बीच के महत्व की जानकारी होना भी है। इसलिए आपको सही और गलत निवेशक की परख होनी चाहिए। अगर आप अपनी कंपनी के लिए ऑप्टिमम फायदा चाहते हैं तो फिर सही निवेशक आपके बिजनेस को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा क्योंकि निवेशक की छवि का प्रभाव भी आपके बिजनेस पर पड़ता है।

सही या गलत निवेशक- गलत निवेशक या गलत छवि वाला निवेशक आपके बिजनेस को नुकसान पहुंचा सकता है। अत: सावधानी से निवेशक को चुनें। पर्सनल रिसोर्सेज का निवेश कोई भी इंवेस्टर यह जरूर जानना चाहता है कि स्टार्ट अप में आपका खुद का पैसा लगा है या नहीं। वे यह भी जानना चाहते हैं कि आप बिजनेस के लिए कितनी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अगर आप अपना पैसा और समय, दोनों पूरी शिद्दत के साथ लगा रहे हैं तो यह जानकर इंवेस्टर को अच्छा लगेगा और वह आपके बिजनेस में अपना पैसा जरूर लगाएगा।

लोन चुकाने की क्षमता अगर आपका बिजनेस ऐसा है, जिसमें बहुत सारा पैसा आने वाला है तो फिर उसके लिए आउटसाइड कैपिटल जुटाने के लिए आप छोटा लोन भी ले सकते हैं। ऐसा होने पर बिजनेस पर आपका नियंत्रण पूरी तरह से होगा। इसलिए अगर आप अपनी कंपनी पर अपना पूरा नियंत्रण चाहते हैं और लोन चुका सकते हैं तो आपको चाहिए कि आप निवेशक से पैसा लेने के बजाय उससे लोन लें।

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