बाल मजदूरों के लिए गोवा में चलेगा जागरुकता अभियान

बाल मजदूरोंपणजी | बाल मजदूरों के कल्‍याण के लिए गोवा का पर्यटन मंत्रालय और राज्य का बाल अधिकार संरक्षण आयोग यहां आने वाले पर्यटकों को उन उत्पादों व सेवाओं को खरीदने से रोकने को प्रेरित करने के लिए एक विस्तृत अभियान शुरू करने जा रहा है, जिनमें बच्चे संलग्न होते हैं। गोवा राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष सुषमा कीर्तनी ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया, “हम इस साल तटीय क्षेत्र पर बाल मजदूरी के खिलाफ एक जागरूकता अभियान शुरू कर रहे हैं। बहुत से बच्चे नकली गहने, फोटो, मूंगफली आदि बेचने के काम में लगे हैं।”

बाल मजदूरों की 10 हजार के पार

कीर्तनी ने कहा कि आयोग ने बाल मजदूरी की व्यापकता का पता लगाने के लिए समुद्र तटों से लगती जगहों का कई बार मुआयना किया है।

उन्होंने कहा कि अभियान आगामी पर्यटन सीजन के दौरान शुरू किया जाएगा और इसका मकसद पर्यटकों को बाल मजदूरी विशेषकर पर्यटन केंद्रित तटीय क्षेत्रों में बाल मजदूरी को बढ़ावा देने से रोकने के लिए प्रेरित करना है।

2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य में पांच से 17 साल की उम्र के 10,000 बच्चे व नाबालिग अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे हैं।

गोवा का पर्यटन सीजन पारंपरिक रूप से अक्टूबर में शुरू होता है और अगले साल मार्च में खत्म होता है।

पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर के अनुसार, उनका मंत्रालय बाल मजदूरी रोकने के लिए मौजूदा 30 सदस्यीय पर्यटन सुरक्षा बल को बढ़ाकर 120 सदस्यीय करने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा, “हम अगले कुछ महीनों में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। वे लोग पर्यटन मंत्रालय के अधीन काम करेंगे और उसके बाद हम बाल मजदूरी पर पूरी तरह लगाम लगा पाने में समर्थ होंगे।”

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