पुरानी पेंशन के लिए अब होगी आर-पार की जंग, तारीख तय

पुरानी पेंशन बहालीलखनऊ। यूपी में शिक्षकों, अफसरों और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा फिर गर्मा गया है। इस मुद्दे पर आला अफसरों से लेकर सीएम अखिलेश यादव तक ने हामी भरी, लेकिन नतीजा सिफर रहा।

पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा

नाराज शिक्षक अब प्रदर्शन के मूड में हैं और तारीख तय की गई है सात दिसंबर। करीब 10 लाख शिक्षकों, अफसरों और कर्मचारियों के पुरानी पेंशन की मांग करने वाला संगठन अटेवा- पेंशन बचाओ मंच इस अभियान का नेतृत्व करेगा।

अटेवा- पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्‍यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा, ‘हमने अफसरों से मिले, मंत्रियों से मिले। बार-बार मिले। अपने हक के लिए मिन्नतें कीं। बीते दिनों सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात के दौरान इस अभियान के हर तथ्‍य को सामने रखा। उन्होंने हमारी मांगें मानने का आश्‍वासन दिया, लेकिन अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया। कोई फैसला नहीं लिया गया। इसलिए अब हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा। सात दिसंबर को होने वाले प्रदर्शन की जिम्मेदारी यूपी के शासन और प्रशासन की होगी।’

प्रदर्शन की तैयारियों के मद्देनजर मंगलवार को लखनऊ में अटेवा के राजाजीपुरम कार्यालय पर बैठक की गई। यहां आर-पार की लड़ाई का आह्वान किया गया। सभी ने एकस्वर में कहा, ‘पुरानी पेंशन मिलने तक न रुकेंगे-न झुकेंगे।’

अटेवा- पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्‍यक्ष विजय कुमार बन्धु ने बताया कि सरकार के भरोसे के कारण हमने 13 नवंबर को प्रस्तावित महारैली स्थगित की। 20 नवंबर को मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से मिले। अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि सारी कोशिशें बेकार गईं तो मजबूर होकर हम फिर प्रदर्शन के मूड में आ चुके हैं। सात दिसंबर को यूपी में शिक्षकों-अफसरों और कर्मचारियों का ऐतिहासिक प्रदर्शन होगा। प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि अटेवा की तैयारियां तेजी से बढ़ रही हैं। सूबे भर के शिक्षकों-अफसरों और कर्मचारियों से संपर्क साधा जा रहा है। अब आर-पार की लड़ाई होगी। इस दौरान डॉ रमेश चंद्र त्रिपाठी, डॉ सैयद अब्बास, रवीन्द्र वर्मा, दयाशंकर, विक्रमादित्य मौर्य समेत अटेवा के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।

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