मोदी के मंत्री पर पड़ी नोट बैन की मार, भाई का चेहरा भी आखिरी बार नहीं देखने दिया
नई दिल्ली। 500 और 1000 के नोट बैन की मार आम जनता हीं नहीं पीएम मोदी के मंत्री को भी झेलनी पड़ी। केंद्रीय मंत्री को इस समस्या से उस समय दो-चार होना पड़ा जब अस्पताल में भर्ती उनके भाई की इलाज के दौरान निधन हो गया। इसके बाद अस्पताल ने शव सौंपने से इनकार कर दिया।
केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा के छोटे भाई डीवी भास्कर गौड़ा मैंगलुरु के कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे। मंगलवार को उनका निधन हो गया।
केंद्रीय मंत्री भाई की मौत से गमगीन जब उनका शव लेने गए तो अस्पताल ने पुराने 500 और 1000 के नोट लेने से इन्कार कर दिया और शव सौंपने से भी।
इसके बाद गौड़ा ने अस्पताल को चेक दिया तब जाकर उन्हें भाई का शव ले जाने की अनुमति मिली। हालांकि मंत्री के मीडिया सचिव ने इस बात से साफ इन्कार किया है कि उन्होंने अस्पताल को पुराने नोट देने की कोशिश की थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बारे में गौड़ा ने कहा है कि आम जनता को नोटबंदी के चलते हो रही परेशानी को वह महससू कर रहे हैं। उनका कहना था कि उन्होंने अस्पताल से इस बाबत लिखित में जवाब मांगा है। उनके जवाब के बाद ही वह अगली कार्रवाई के बारे में विचार करेंगे।