नर्सरी के बच्चे को चुरकी रखने पर स्कूल से निकाला
बंगलूरू : बंगलूरू में एक निजी स्कूल ने नर्सरी के बच्चे को स्कूल से बाहर निकाल दिया। बच्चे को स्कूल से निकालने के पीछे प्रबंधन ने तर्क दिया है कि उसने ‘चोटी’ रखी थी और यह उनके यहां ‘मान्य’ नहीं है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बच्चे ने चोटी रखी थी लेकिन स्कूल ने उसे बाहर निकाल दिया गया।
नर्सरी के बच्चे पर स्कूल सख्त
मामला एक हफ्ते पुराना है। बापूसाब पाल्या में स्थित संत विंसेंट पल्लोटी स्कूल में नर्सरी के बच्चे को उसकी मां मंजूनाथ बीसी जब स्कूल लेने पहुंची तो फॉदर पॉल डिसूजा ने इसकी जानकारी दी। फॉदर ने बताया कि चोटी रखने की वजह से उनके बच्चे को स्कूल से निकाल दिया गया है क्योंकि यह स्कूल के नियमों के खिलाफ है।
एक अंग्रेजी अख़बार के मुताबिक स्कूल के प्रिंसिपल फादर डीसूजा ने मंजूनाथ को बताया कि अगर वह बच्चे को स्कूल में पढ़ाना चाहती हैं तो उन्हें अपने बच्चे की चोटी कटवानी होगी।
इस बारे मंजूनाथ ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बच्चे ने चोटी रखी है। उन्होंने बताया कि ‘मैंने प्रिंसिपल से कई बार अनुरोध किया कि वह चोटी रखने की इजाजत दें लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा वह विष्णु या उनके परिवार को स्कूल परिसर में आने की अनुमति नहीं दे सकते।’
इतना ही नहीं फादर ने बच्चे की फीस (43,000 रुपए) भी लौटा दिए और स्कूल से बाहर निकाल दिया। उन्होंने कहा कि वह विष्णु या उसके परिजनों को स्कूल परिसर में आने की परमीशन नहीं देंगे।