एनरॉलमेंट निरस्त किए बिना दे दिया ऐडमिशन

ऐडमिशन का फर्जीवाड़ालखनऊ। डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने संबंद्ध कॉलेजों में ऐडमिशन का फर्जीवाड़ा पकड़ा है। विवि प्रशास ने 490 ऐसे स्टूडेंट्स चिह्नित किए हैं, जो पिछले साल ऐडमिशन ले चुके थे और इस साल दोबारा उनका नाम दूसरे कोर्स में की ऐडमिशन लिस्ट में शामिल है।

बड़ी बात यह है कि इनमें ज्यादातर स्टूडेंट फेल हो गए थे और उनका पिछला एनरॉलमेंट निरस्त भी नहीं किया गया। उनका पिछला रेकॉर्ड छुपाकर दोबारा ऐडमिशन दे दिया गया। विवि प्रशासन ने इन सभी का एडमिशन रोक दिया है।

एकेटीयू के वीसी प्रो. विनय पाठक ने बताया कि पहले एजेंसियों के माध्यम से एडमिशन होता था, लेकिन इस बार एकेटीयू ने अपना सॉफ्टवेयर डिवेलप किया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए तीन फेज में ऐडमिशन की प्रक्रिया रखी गई। पहले फेज में रजिस्ट्रेशन था, जिसमें बीस चेकलिस्ट लगाई गई थीं। इसके बाद फाइनल सब्मिशन का विकल्प था, जिसमें पिछले साल के एनरॉलमेंट को मैच किया गया। इसी में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। तीसरे चरण में रिजल्ट मैच किया गया तो पता चला कि इनमें से ज्यादातर स्टूडेंट फेल हैं। इसके अलावा इन सभी के फोटोग्राफ भी मैच हुए।

ये हैं नियम

किसी कोर्स में ऐडमिशन होने के बाद अगले साल दूसरे कोर्स में ऐडमिशन लेने पर पुराना एनरॉलमेंट निरस्त करवाना होता है। माइग्रेशन लेना पड़ता है। बिना माइग्रेशन ऐडमिशन फर्जी माने जाते हैं, जांच में छात्रों का डेटा जानबूझ कर छुपाया गया है।

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