इस खिलाड़ी का ICC टूर्नामेंट्स में है ज़बरदस्त रिकॉर्ड, बन सकता है दूसरी टीमों के लिए खतरा !

वर्ल्ड कप 2019 में अगर सबसे ज्यादा उम्मीद किसी बल्लेबाज से लगाई जा रही है तो वो कौन है. सोचिए जरा. वो और कोई नहीं टीम इंडिया का गब्बर है. यानी शिखर धवन.उम्मीद इनसे सबसे ज्यादा है क्योंकि ये हर आईसीसी इवेंट में धांसू परफॉर्मेंस देते हैं. कहीं और चलें या न चलें, आईसीसी के टूर्नामेंट में धमाका जरूर करते हैं.

ये हम नहीं, इनका ट्रैक रिकॉर्ड बताता है. धवन ने बीते तीन सालों में तीन आईसीसी इवेंट खेले हैं जिसकी 18 पारियों में 1113 रन बनाए हैं. इतने रन किसी और बल्लेबाज के नाम नहीं है. खास बात ये कि इन तीन टूर्नामेंट में से दो इंग्लैंड में हुए हैं जहां अब 30 मई से वर्ल्ड कप होने वाला है.

2013 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी यूके में खेली गई थी. यानी धवन का डंका इंग्लैंड में खूब बजता है. इंग्लैंड की सीमिंग कंडीशन्स पर शिखर धवन ने 65 से ऊपर की औसत से रन बनाए हैं.

2013  चैंपियंस ट्रॉफी में धवन ने सबसे ज्यादा 363 रन, फिर 2015 वर्ल्ड कप में 412 रन और चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में 338 रन बनाए थे. न्यूज एजेंसी पीटीआई से इस बारे में बात करते हुए धवन ने कहा,” लोग मुझे आईसीसी इवेंट्स में मेरे रिकॉर्ड्स के बारे में बताते हैं मगर सच कहूं तो मेरी हमेशा ही ये कोशिश रहती है कि मैं रन बनाऊं. चाहे कोई भी मैच हो. अपनी तरफ से 100 फीसदी कोशिश रहती है. मुझे भरोसा है कि मेरे लिए आने वाला आईसीसी इवेंट भी शानदार रहेगा.”

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ओपनर शिखर धवन के साथ एक रिकॉर्ड ये भी जुड़ा हुआ है कि वो ICC इवेंट्स में सबसे तेज 1000 पूरे करने वालों में सबसे आगे हैं. साथ ही जिस तरीके से उनकी ओपनिंग पार्टनरशिप रोहित शर्मा के साथ होती है वो इंडिया के लिए बेहद अच्छी खबर है. वहीं इस साल डेल्ही कैपिटल्स के साथ शिखर धवन का सीजन भी अच्छा रहा.

टीम के कोचिंग स्टाफ में रिकी पोटिंग और सौरव गांगुली की उपलब्धता का पूरा फायदा उठाते दिखे हैं धवन. इस पर धवन ने कहा,” रिकी पोटिंग और दादा दोनों ही सफल इंटरनेशनल कप्तान रहे हैं और उनकी गाइडेंस में कई चैंपियंस तैयार हुए हैं. उनके एक्सपीरियंस का फायदा मुझे भी मिला है. उन्होंने मुझे बताया है कि इस वक्त मेरी बैटिंग तकनीक में कोई दिक्कत नहीं है.”

वर्ल्ड कप के लिए कूच करने से पहले शिखर धवन ने कहा- मेरा जज्बा आज भी उतना ही है. मैं निगेटिविटी को पीछे छोड़ चुका हूं और हमेशा खुशमिजाजी में जीना चाहता हूं. टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने से पहले मैं 9 साल तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुका था.

अगर मैं खेल के प्रति पैशनेट नहीं होता तो शायद इंडिया के लिए परफॉर्म नहीं कर पाता. 6 साल से लगातार टीम इंडिया में हूं और ये एक शानदार सफर रहा है. 30 मई से ये वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है और हर टीम को 24 से 28 मई तक दो-दो प्रैक्टिस मैच खेलने हैं. इंडिया का पहला मैच 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ है.

 

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