स्वास्थ्य प्रशिक्षक तैयार करेगी हेल्दी एजिंग इंडिया

हेल्दी एजिंग इंडियानई दिल्ली| गैर सरकारी संगठन हेल्दी एजिंग इंडिया ऐसे स्वास्थ्य प्रशिक्षक तैयार करेगी, जो देशभर में पीढ़ियों के बीच बढ़ रही मानसिक दूरी और उससे पैदा होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करेंगे। यह जानकारी यहां संस्था की ओर से आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के प्रथम दिन के समापन बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रसून चटर्जी ने कही। डॉ. चटर्जी हेल्दी एजिंग इंडिया के संचालक हैं।

हेल्दी एजिंग इंडिया

चटर्जी ने आईएएनएस से कहा कि आज पीढ़ियों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, और उसके कारण बच्चों और बुजुर्गो को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिन पर संगोष्ठी में विस्तार से चर्चा हुई।

उन्होंने कहा कि इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन पीढ़ियों को जोड़ने के लिए उनकी सोच में बदलाव बहुत जरूरी है, और इस काम के लिए हम स्वास्थ्य प्रशिक्षक तैयार करेंगे और वे देशभर में जाकर पीढ़ियों के बीच दूरियां पाटने का काम करेंगे।

डॉ. चटर्जी ने कहा, “इसके लिए हम एक पाठ्यक्रम बनाने जा रहे हैं, और इस पाठ्यक्रम में प्रशिक्षित लोग देशभर में स्कूलों-कॉलेजों में जाएंगे, बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे और साथ ही उनके दादा-दादी से भी मिलेंगे और उन्हें भी इस पाठ्यक्रम की जानकारी देंगे।”

चटर्जी ने बताया कि इस काम में केंद्रीय युवा मामलों के मंत्रालय की मदद ली जाएगी, और मंत्रालय के सचिव डॉ. ए.के. दुबे ने इसके लिए पूरा भरोसा दिया है।

डॉ. दुबे स्वयं संगोष्ठी में उपस्थित थे।

चटर्जी ने कहा, “इसके अतिरिक्त स्कूलों-कॉलेजों में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, और साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना, गांधी दर्शन समिति आदि संस्थाओं के साथ मिलकर काम किया जाएगा।”

चटर्जी ने बताया कि संगोष्ठी में देशभर से आए लगभग 100 लोगों ने हिस्सा लिया।

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