हुआवेई ने कहा- योग्यता के आधार पर निर्णय ले भारत

नई दिल्ली। चीनी दूरसंचार कंपनी हुआवेई ने भारत में 5जी परीक्षण में उसकी भागीदारी को लेकर सोमवार को कहा कि नई दिल्ली को कंपनी को समान अवसर प्रदान करना चाहिए। कंपनी असमंजस में है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के इस सप्ताह भारत दौरे के दौरान सुरक्षा का मसला उठा सकते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अपने सहयोगियों के 5जी परीक्षण में चीनी दूरसंचार कंपनी की भागीदारी के खिलाफ तीखा अभियान चलाए जाने से हुआवेई खुद को विश्व व्यापार जंग में फंसी देख रही है। अमेरिका ने चीन द्वारा उसकी कंपनी के उपकरणों का इस्तेमाल दूसरे देशों की जासूसी के लिए किए जाने का संदेह जाहिर किया है।

हालांकि हुआवेई ने इस आरोप का खंडन किया है। हुआवेई के सीईओ जे चेन ने भारत को दबाव में गलत फैसला लेने के विरुद्ध आगाह करते हुए कहा कि उसे (भारत को) दुनिया के साथ व्यवहार में अपने स्वतंत्र व सहयोगपूर्ण रुख पर कायम रहना चाहिए।

उन्होंने आईएएनएस के साथ यहां बातचीत में कहा, “भारत के लिए अगला दस साल विकास का स्वार्णिम काल हो सकता है। भारत को 2025 तक देश को 1,000 अरब की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दुनिया से सर्वोत्तम प्राप्त करना चाहिए।”

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पोम्पियो का तीन दिवसीय भारत दौरा मंगलवार को शुरू हो रहा है। इस दौरान देश में 5जी की शुरुआत में हुआवेई की भागीदारी के मसले पर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत हो सकती है। भारत ने पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार उपकरण आपूर्तिकर्ता कंपनी की 5जी में भागीदारी को लेकर उत्पन्न चिताओं पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया है।

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