हिमाचल में छुपे ये नगीने आपकी छुट्टियों को बना देंगे और भी यादगार…

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गर्मी भी चरम पर पहुँचने लगी है। आने वाले महीनों में शहरों के लोग गर्मी से निजात पाने पहाड़ों की तरफ जाते हैं और शिमला, मसूरी, नैनीताल, मनाली (Summer Destination) को भीड़ से भर देते हैं। पहले तो भारी ट्राफिक की वजह से पहुंचना दुश्कर, और अगर पहुँच भी जाएँ तो होटलों में बुकिंग और भीड़ से छुट्टियों का मज़ा किरकिरा हो जाता है। शिमला, मनाली, मसूरी और नैनीताल से इतर हिमाचल और उत्तराखंड में कई ऐसे छुपे नगीने हैं जो मशहूर नहीं लेकिन खूबसूरती के मामले में किसी से कम नहीं है।

हिमाचल में छुपे ये नगीने आपकी छुट्टियों को बना देंगे और भी यादगार..

मशहूर हिल स्टेशनों की तरह पर्यटकों की रज गज यहाँ नहीं है जिस कारण आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ सुकून से अपनी छुट्टियाँ बिता सकते हैं और अपनी ट्रेवल डायरी में एक खुबसूरत अहसास भरा पन्ना जोड़ सकते हैं। तो आइये एक नज़र उन हिल स्टेशनों पर जो बड़े और प्रसिद्द हिल स्टेशनों की चकाधौंक में खो से गए हैं –

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सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) : सिरमौर हिमाचल प्रदेश का एक बड़ा और ख़ूबसूरत जिला है। सिरमौर का मुख्यालय है नाहन। ये कहना सही नहीं होगा कि सिरमौर पर्यटकों से पूरी तरह दूर है। दरअसल प्रसिद्द गुरुद्वारा पौंटा साहिब सिरमौर में ही है। देहरादून से करीब 50 किलोमीटर दूर। पौंटा साहिब के अलावा रेणुका जी और नाहन भी बहुत ही खुबसूरत स्थल हैं।

जिस शांति और सुकून की तलाश में आप छुट्टियों पर जाते हैं वो आपको यहीं मिलेगा। हिमाचल का ये सबसे दक्षिणी जिला अपनी खूबसूरती और रहस्मयी शांति से आपका दिल जीतने की पूरी काबिलियत रखता है। तो चले आइये इन गर्मियों में सिरमौर की शांत वादियों में। शिवालिक पहाड़ियों के गोद में रेणुका झील में बोटिंग का अनुभव हमेशा के लिए आपके जेहन में बस जाएगा।

कैसे पहुंचे :- देहरादून, अम्बाला और चंडीगढ़ से कई बसें नाहन तक जाती है। चंडीगढ़ से करीब 90 किलोमीटर दूर है नाहन, जो सिरमौर जिले का जिला मुख्यालय भी है।

तोष (हिमाचल प्रदेश) : हिमाचल का छोटा सा गाँव तोष पार्वती वैली में स्थित है। एक तो शोर शराबे से बिलकुल दूर और दूसरे कल कल बहते झरने और बादलों की ओट में छुप्र हरे पहाड़ इसे आपके लिए परफेक्ट हॉलिडे डेस्टिनेशन  बनाते हैं। शांति और सुकून ऐसा कि शहरों की चकाधौंक और सारे मोह माया छोड़ यहीं बस जाने को दिल करे।

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कैसे पहुंचे : दिल्ली से करीब 540 किलोमीटर दूर तोष पहुँचने के लिए दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे से भुंतर के लिए बस लें। सरकारी और वॉल्वो दोनों तरह की बसें उपलब्ध है। भुंतर पहुँच कर तोष के लिए टैक्सी ले सकते हैं। लोकल और रोडवेज बसें आपको वार्षेणी तक पहुंचा देंगी। उसके बाद आप पैदल भी तोष पहुँच सकते हैं।

ठहरने के लिए कैम्प और छोटे होटल मिल जायेंगे। लोकल लोग भी अपने घरों में बतौर पेइंग गेस्ट आपको   ठहरने की सुविधा देते हैं।

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