हिमाचल की देवभूमि में स्थानीय लोग बने पर्यावरण के रक्षक
देवभूमि हिमाचल में देवताओं के प्रति लोगों की आस्था पर्यावरण की रक्षक बनी हुई है। देवभूमि में यूं तो अक्सर ही अवैध कटान के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन हिमाचल के कुछ हिस्सों में ऐसे भी जंगल हैं, जहां लोग न पेड़ काटते हैं और न पर्यावरण से छेड़छाड़ करते हैं।
इसके पीछे लोगों की देव नीति और देवताओं के प्रति आस्था मुख्य कारण है। जानकारों का कहना है कि देवताओं के जंगल में अगर कोई व्यक्ति पेड़ काटता है तो देव समाज उस पर भारी जुर्माना लगाता है।