मुसलमानों का मसीहा हाफिज सईद अब बना हिन्दूभक्त

इस्लामाबाद। भारत का दुश्मन और मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद हिन्दू भक्त बन गया है। हाफिज सईद का संगठन जमात-उल-दावा (जेयूडी) पाकिस्तान में मंदिरों और गैर-मुसलमानों के पवित्र स्थलों को टूटने से बचाएगा। हिन्दूभक्त हाफिज सईद का यह रूप पहली बार सामने आया है।
हिन्दूभक्त हाफिज सईद

हिन्दूभक्त हाफिज सईद

सिंध सूबे के मतली शहर में एक सभा के दौरान हाफिज सईद ने कहा, “ये मुसलमानों की जिम्मेदारी है कि वे अपने हिंदू भाइयों के पवित्र स्थलों की सुरक्षा करें। उसने कहा, जमात-उल-दावा देश में किसी भी मंदिर या गैर-मुस्लिमों के पवित्र स्थलों को टूटने नहीं देगा।
हिन्दूभक्त हाफिज सईद ने उन आरोपों को खारिज कर दिया कि भारत से सटे सिंध के थार इलाके में मदरसों की शुरुआत कर उसका संगठन कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहा है।
हालांकि हााफिज सईद ने साफ कर दिया कि कश्मीर के मुसलमानों के प्रति भी उसका समर्थन जारी रहेगा। उसने कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियां भारत के खिलाफ गंभीरता से अपनी लड़ाई जारी रखे हैं। लेकिन पीएम नवाज शरीफ की सरकार इस मुद्दे पर मूक बनी हुई है।

कौन है हाफिज सईद

हाफिज मोहम्मद सईद उन चार आतंकवादियों में से एक है, जिन पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा की है। हालांकि इसके बावजूद हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है।
हाफिज सईद 2008 में हुए मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है। इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से छह अमेरिकी नागरिक भी थे।
हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक भी है ।
6 मई 1950 को पाकिस्तान में जन्माा हाफिज सईद आतंकवाद से पहले शिक्षा की अहमियत बताता था।
हाफिज अरबी और इंजीनियरिंग का प्रोफेसर था।
सईद अमेरिका का भी दुश्मन रहा है। सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम होने के बावजूद वह अमेरिका को खुलेआम धमकी देता रहा है।
पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार से भी हाफिज की एक नहीं बनती। कई मौकों पर हाफिज ने सरकार के फैसलों का‍ विरोध किया हैै।
पाकिस्तान में हाफिज सईद पर बैन लग चुका है। इसके बावजूद वह खुलेअाम अपनी सभाएं करता रहा है।
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