हार्ट ऑफ एशिया का उद्घाटन, पीएम मोदी और राष्ट्रपति गनी ने मिलकर घेरा पाक को

हार्ट ऑफ एशियाअमृतसर। हार्ट ऑफ एशिया का आज औपचारिक रूप से उद्घाटन हो गया। सम्मेलन में पाकिस्तान, अफगानिस्तान सहित 40 मुल्क जुटे हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने भाषण में भारत से सहयोग और आतंकवाद का मुद्दा प्रमुखता से रखा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण दिया और अफगानिस्तान से भारत के पुराने संबंधों का जिक्र किया।

क्या कहा अशरफ गनी ने :

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के विकास के लिए अमेरिका से 500 मिलियन डॉलर मांगे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ये पैसे आतंकवाद को बढ़ावा देने में खर्च होंगे।

यूएन द्वारा लिस्ट किए गए 30 आतंकी ग्रुप अफगानिस्तान में बेस बनाने की कोशिश में हैं।

आतंकवाद को मिलकर खत्म करने की जरूरत, एक दूसरे पर दोष लगाने से कुछ नहीं होगा।

आतंकवाद अफगानिस्तान के विकास ही राह में सबसे बड़ी परेशानी।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने चाबहार प्रॉजेक्ट को दोनों देशों के कारोबार के लिए बताया जरूरी।

गनी ने अफगानिस्तान की आर्थिक मदद के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि  भारत की मदद का मकसद अफगानिस्तान के लोगों का जीवन बेहतर बनाना है। गोल्डन टेंपल घूमना शानदार रहा।

मेरे लिए गोल्डन टेंपल घूमना शानदार रहा।

क्या कहा पीएम मोदी ने :

सभी देशों का अमृतसर में स्वागत, ये शांति का शहर है। अमृतसर वीरों की भूमि है। अमृतसर का अफगानिस्तान का पुराना रिश्ता है। अफगानिस्तान की मदद करना हमारी जिम्मेदारी है। अफगानिस्तान से हमारे करीबी रिश्ते हैं।

हमारे शब्द और काम अफगानिस्तान के निर्माण, इसे मजबूत करने और सुरक्षित करने पर है जो उसे बाहरी शक्तियों से है।

हमें आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूती दिखानी होगी। टेरर नेटवर्क को ध्वस्त करना होगा जो खून बहाते हैं और डर फैलाते हैं।

काबुल में पार्लियामेंट बिल्डिंग हमारी अफगानिस्तान के लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता को दिखाती है।

हम एयर ट्रांसपॉर्ट कॉरिडोर से अफगानिस्तान और भारत को जोड़ने की योजना बना रहे हैं।

अफगानिस्तान और वहां के लोगों की भलाई के लिए भारत हमेशा साथ है।

आतंकवाद के खिलाफ चुप रहना इसे और आतंक के आकाओं को बढ़ावा देता है। हमें मिलकर इससे लड़ना होगा।

 

 

 

 

 

 

 

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