10 साल के छात्र ने किया करिश्मा, अब अचानक धोखा नहीं देगा आप का दिल

हार्ट अटैक के लक्षणनई दिल्ली। हार्ट अटैक के लक्षण पहचानने के लिए तमिलनाडु के एक 10 साल के छात्र ने ऐसी तकनीक विकसित की है जो ग्रामीण इलाकों में भी सफलता के साथ कार्य करेगी। इस छात्र का नाम आकाश मनोज है। आकाश इनदिनों ‘इनोवेशन स्कॉलर्स इन-रेजीडेंस प्रोग्राम’ के तहत राष्ट्रपति भवन में मेहमान के तौर पर आराम फरमा रहे है।

बता दें इस कार्यक्रम के तहत नए आविष्कारकों, लेखकों और कलाकारों को एक हफ्ते से अधिक समय तक राष्ट्रपति भवन में रहने का मौका मिलता है।

आकाश ने कहा, मेरे दादाजी एकदम स्वस्थ लगते थे लेकिन अचानक ही हार्ट-अटैक से उनका निधन हो गया। इसी घटना ने मुझे इस बीमारी के खतरों का पता लगाने वाली नई तकनीक को विकसित करने के लिए प्रेरित किया। यह तकनीक खून में एफएबीपी-3 नामक प्रोटीन की मौजूदगी के विश्लेषण पर आधारित है।

गौरतलब है कि एफएबीपी-3 की मात्रा दिल तक रक्त की आपूर्ति के बाधित होने का संकेत देती है। इसमें खून में एफएबीपी-3 नामक प्रोटीन की मात्रा का समय-समय पर विश्लेषण किया जाता है।

अपनी ईजाद की गई तकनीक के बारे में बताते हुए आकाश ने कहा कि एफएबीपी-3 प्रोटीन सबसे छोटे प्रोटीनों में से एक है जो ऋणावेशित होने की वजह से धनावेश की ओर आकर्षित होता है। मेरी नई खोज इसी तकनीक पर आधारित है। साथ ही इस तकनीक की मदद से ग्रामीण इलाकों में भी हार्ट पेशेंट्स की समय-समय पर आसानी से जांच की जा सकेगी।

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