सेहत और खूबसूरती का वरदान है ये रसीला फल, कब्ज का है इलाज

मौसमी एक ऐसा फल है जिसकी जूस हर किसी को पसंद आता है. ये बहुत ही आसानी से मिल जाने वाला फल है. यहां तक की जब बिमार पड़ते हैं तो डॉक्‍टर मौसमी का जूस पीने की सलाह देते हैं. वैसे तो किसी दूसरे फल की तुलना में मौसमी के फल का जूस सबसे ज्यागा पीया जाता है. इसको आम भाषा में मौसम्बी भी कहते हैं. इसकी स्वाद खट्टा- मीठा सा होता है. इसलिए भी ये लोगों का मनपसंद होता है.यह खट्टा मीठा फल हमारी सेहत और खूबसूरती के लिए कितना फायदेमंद हैं. आज हम इसी के कुछ लाभ देने जा रहे हैं. आम तौर पर मौसमी का जूस पिया जाता है. यह स्‍वाद में कुछ खट्टापन लिए रहता है. इसलिए कई बार अन्‍ननास के साथ मिलाकर भी इसका रस पिया जाता है. इसके अलावा आप चाहें तो इसे काटकर नमक लगाकर भी खा सकते हैं. मौसमी का मुरब्‍बा और जैम आदि भी लोग शौक से खाते हैं.

मौसमी

मौसमी में मौजूद पोषक तत्‍व
यह विटामिन सी का खजाना है. मौसमी में पैक्टीन और विटामिन सी के साथ-साथ ऐसे कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाने में अहम भूमिका निभाते हैं, जो हृदय रोगों से बचाने में भी कारगर है.

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इम्यूनिटी करती है बूस्ट
मौसमी में एंटी-कासीनजन होता है, इसलिए मौसमी का नियमित सेवन करने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है. यह हृदय में उचित रक्त के संचार को बेहतर बनाता है जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार ती है. बीमारी के दौरान जब मुंह का स्‍वाद बिगड़ जाता है, तब भी मौसमी का सेवन करना लाभकारी साबित होता है.

कब्‍ज से मिलती है निजात
पेट संबंधी समस्याओं में मौसमी हमेशा फायदेमंद होती है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है, जो कब्ज में फायदेमंद है. कब्‍ज ज्‍यादा हो तो मौसमी के रस में नमक डालकर पीना चाहिए. यह शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को भी दूर करती है. मौसमी के रस में पोटैशियम काफी मात्रा में पाया जाता है जो पेचिश और दस्त  जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद है.

त्वचा के लिए लाभदायक
हर रोज मौसंबी के सेवन से त्वदचा में भी चमक आती है. मौसमी में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो त्वचा के लिए बहुत अच्छा है और यह पिगमेंटेशन, दाग-धब्बे और मुंहासों को दूर करने में मदद करता है.

होंठों का फटना
विटामिन सी की कमी के कारण अकसर मसूड़ों में सूजन, बार-बार फ्लू होना, जुकाम और होंठ का फटना आदि समस्‍याएं होने लगती हैं. यह कई बार स्‍कर्वी रोग का भी संकेत हो सकते हैं. इससे बचने के लिए मौसमी का सेवन बहुत लाभदायक होता है.

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