सेना को मजबूत बनाने के लिए भारत ने लिया ऐसा फैसला, जिससे अब थर-थर काँपेगा पाकिस्तान…

भारतीय वायुसेना ने अपने पास हो रही लड़ाकू विमानों की कमी और फ्रांस से आने वाले राफेल फाइटर जेट के विवादों में फंसने के बाद दोबारा स्वेदश निर्मित सुखोई विमानों पर ध्यान केंद्रित किया है।

 सुखोई विमानों

वायुसेना जल्द ही 8 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की खरीद हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से करेगी। सूत्रों के मुताबिक, करीब 3 हजार करोड़ रुपये के इन 8 विमानों की खरीद का पहला चरण पार हो चुका है और संभावना है कि फरवरी में निर्माण का ऑर्डर एचएएल को दे दिया जाएगा।

हालिया सालों में वायुसेना के लड़ाकू विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं बढ़ी हैं। इनमें से ज्यादातर दुर्घटनाएं मिग विमानों में हुई हैं, जो दशकों पुराने हो चुके हैं और अपना समय पूरा कर चुके हैं।

ऐसे में वायुसेना का हवाई बेड़ा तेजी से कम हुआ है, जबकि पड़ोस में चीन ने अपनी वायुसेना को बड़े पैमाने पर अपग्रेड किया है और पाकिस्तान भी इस प्रक्रिया से गुजर रहा है।
विपक्ष पर फिर हमलावर हुए शरद यादव, उठाया बोफोर्स मुद्दा
वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक, एचएएल से कुल 40 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान खरीदे जाने की योजना है, लेकिन इनमें से 8 को तत्काल अपने बेड़े में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत एचएएल में निर्मित होने वाले इन रूसी लड़ाकू विमानों में कई नई चीजें अपग्रेड की गई हैं। ये विमान वायुसेना में फिलहाल मौजूद मिग-21, मिग-27, मिग-29 और जगुआर विमानों की जगह लेंगे।

LIVE TV