पर्रिकर और शाह सेना की कुर्बानी के राजनीतिकरण के लिए माफी मांगे : कांग्रेस

सेना की कुर्बानीनई दिल्ली| कांग्रेस ने बुधवार को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर सेना की कुर्बानी का राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया, और कहा कि दोनों को इसके लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।

कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिम्मेदारी बनती है कि वह रक्षामंत्री और भाजपा अध्यक्ष पर लगाम लगाएं।

पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल कार्रवाई का ज्यादा श्रेय मोदी को जाता है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “पर्रिकर ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पहली बार सेना ने अपनी शक्ति और कौशल का अहसास किया। शाह ने देश से झूठ बोला और हमारे सैन्य बलों का यह कहकर अपमान किया कि सेना ने 68 वर्षो में पहली बार मोदी सरकार के अधीन नियंत्रण रेखा को पार किया।”

सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व की सर्जिकल कार्रवाइयों के सच को शर्मनाक तरीके से नकार कर सैन्य बलों की कुर्बानी और उनके शौर्य को नकारना किसी रक्षामंत्री को शोभा नहीं देता।

उन्होंने कहा, “हमारे सैनिकों की कुर्बानी से वोट जुटाने की अपनी अंधी कोशिशों के तहत पर्रिकर लगातार झूठ बोल रहे हैं और लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। वह किसी को भी श्रेय देने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन कम से कम उन्हें पिछले 68 वर्षो में हमारे सनिकों द्वारा दी गई कुर्बानियों को खारिज करने से बचना चाहिए।”

कांग्रेस नेता ने पर्रिकर से उनके उस बयान के लिए माफी मांगने की उनसे मांग की, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर सशस्त्र बलों का अपमान किया।

सुरजेवाला ने कहा, “यह अप्रिय बयान, गोवा, आगरा और लखनऊ में रक्षामंत्री का सम्मान तथा प्रधानमंत्री की छवि चमकाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को जश्न में बदलने की यह हरकत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह भाजपा की हताशा को दर्शाता है।”

सुरजेवाला ने कहा, “पर्रिकर ने खतरनाक तरीके से सेना के योगदान को नकारने और सशस्त्र बलों को राजनीतिक आधार पर बांटने की कोशिश की है।”

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