सू-की के अधिकारों पर सेना और सरकार में टकराव

15DFRKHAYYAM_1363827f-1459886751एजेन्सी/यंगून।

म्यांमार में आंग सान सू की की भूमिका को लेकर सत्तारूढ़ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी और सेना के बीच गतिरोध पैदा हो गया है। संसद में नामित सेना के सांसदों ने सू की को राष्ट्रपति के सलाहकार की भूमिका देने वाले विधेयक का विरोध कर दिया है। 

निचले सदन में यह विधेयक पारित हो गया है, लेकिन उच्च सदन में इसके फंसने की आशंका पैदा हो गई है। सेना के सांसद ब्रिगेडियर मौंग मौंग ने विधेयक को असंवैधानिक करार दिया है। 

उनका दावा है कि विधेयक में सू की को राष्ट्रपति पद से बढ़कर अधिकार देने की बात कही गई है। इस बीच संसद ने राष्ट्रपति हतिन क्याव के उस प्रस्ताव को पारित कर दिया है जिसमें आंग सान सू की से शिक्षा और ऊर्जा विभाग लेने की बात कही गई थी।

थेन सेन बन गए बौद्ध भिक्षु

म्यांमार के पूर्व राष्ट्रपति थेन सेन सोमवार को बाल मुंडवाकर बौद्ध भिक्षु बन गए। उनका यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। देश के सूचना मंत्रालय ने बयान जारी करके बताया है कि थेन सेन पांच दिन तक इस भूमिका में रहेंगे। उन्होंने अपने कार्यकाल में देश में ऐतिहासिक परिवर्तन करते हुए लोकतांत्रिक ढंग से सत्ता का हस्तांतरण सुनिश्चित कराया।

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