सीरिया में नागरिकों पर हुआ केमिकल अटैक, 37 मासूमों की दर्दनाक मौत

सीरिया दमिश्क | सीरिया के विभिन्न हिस्सों में बमबारी व एक विस्फोट में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। सीरिया में काम करने वाली ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) ने बुधवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी एफे न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इदलिब प्रांत के खान शेखाउं कस्बे में एक युद्धक विमान के हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई।

एसओएचआर ने कहा कि चिकित्सा सूत्रों ने सरकारी सुरक्षा बलों पर अल-सुक्कारी के पड़ोस में हमले का आरोप लगाया है।

वहीं, हामा प्रांत में हजाजी जालिन तथा अल मुसासाना इलाकों के बीच एक सड़क पर बारूदी सुरंग के विस्फोट में महिलाओं सहित कम के कम 10 मजदूरों की मौत हो गई। मानवाधिकार संस्था ने कहा कि बशर अल-असद के समर्थक सुरक्षाबलों ने इन इलाकों में विस्फोटक लगा रखे हैं।

वहीं सीरिया के अलेप्पो शहर में विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में क्लोरीन गैस से हमला किये जाने का समाचार है। आरोप है कि सीरियाई सरकार के हेलिकॉप्टर्स ने ये हमला किया। इसमें 37 बच्चों समेत 71लोगों के जख्मी होने की जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार इस केमिकल अटैक के बाद यहां लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। सोशल मीडिया पर भी हमले के बाद की कुछ फोटो वायरल हुई हैं, जिसमें हॉस्पिटल में मास्क पहने बच्चे दिख रहे हैं।

लोकल एक्टिविस्ट ने बताया कि सरकारी बल ने मंगलवार को अल-सुक्कारी एरिया में हेलिकॉप्टर से दो बैरल बम गिराए। इन बमों में क्लोरीन गैस के सिलेंडर थे, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 71 लोग घायल हुए हैं। सीरियन सिविल डिफेंस और सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसाइटी ने हॉस्पिटल की फोटोज और वीडियो पोस्ट की हैं, जिसमें दर्जनों बच्चे ऑक्सीजन मास्क लगाकर सांस लेते दिख रहे हैं।

सीरियन सिविल डिफेंस के मेंबर इब्राहिम अल्हाज ने बताया कि वे हमले के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे थे। उन्हें वहां चार क्लोरीन सिलेंडर नजर आए थे। सोशल मीडिया पर पोस्ट फोटोज में भी घटनास्थल पर क्लोरीन सिलेंडर नजर आ रहे हैं। एक चौंकाने वाली खबर यह मिली है कि इंटरनेशनल इंस्पेक्टर्स की एक टीम ने हाल ही में बताया कि 2014 और 2015 में हुए केमिकल अटैक के लिए सीरियन गवर्नमेंट और आईएसआईएस जिम्मेदार था। इन हमले में 1700 लोग मारे गए थे।

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